Newzfatafatlogo

बिहार पुलिस के अधिकारी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार, भ्रष्टाचार पर कार्रवाई जारी

बिहार में निगरानी विभाग ने एक थाना प्रभारी को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह मामला एक लूटकांड से जुड़ा है, जिसमें पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को गलत तरीके से फंसाया गया। थाना प्रभारी पर पहले भी पैसे मांगने का आरोप है। इस गिरफ्तारी ने पुलिस प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए कदम।
 | 

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की कार्रवाई ने एक बार फिर पुलिस की छवि को धूमिल किया है। हाल ही में, मधेपुरा जिले के मिठाई थाना प्रभारी मितेंद्र प्रसाद मंडल को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। उन पर आरोप है कि वे एक आपराधिक मामले को दबाने के लिए पैसे मांग रहे थे। गिरफ्तारी के तुरंत बाद, उन्हें पूछताछ के लिए पटना ले जाया गया।


इस मामले की जानकारी के अनुसार, यह एक लूटकांड से संबंधित है। पीड़ित महिला पूनम देवी ने बताया कि उनके बेटे को गलत तरीके से इस मामले में फंसाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी पहले भी उनसे दो लाख रुपये वसूल चुके थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें लगातार धमकाया जा रहा था। अंततः, बार-बार की प्रताड़ना और पैसों की मांग से तंग आकर उन्होंने निगरानी विभाग से मदद मांगी।


निगरानी विभाग ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई की योजना बनाई। जैसे ही थाना प्रभारी ने 20 हजार रुपये लिए, टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। इस अचानक हुई कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हलचल मच गई। निगरानी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।


इस घटना ने पुलिस प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता का मानना है कि यदि थाने के जिम्मेदार लोग ही कानून को नजरअंदाज करेंगे, तो आम नागरिक न्याय की उम्मीद कैसे कर सकता है। यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस विभाग को झकझोरने वाली है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भ्रष्टाचार की शिकायत पर कार्रवाई संभव है।