Newzfatafatlogo

बिहार में केदार प्रसाद का अनोखा प्रदर्शन, सड़क पर बिछाई चादर और भैंस बांधी

बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर महागठबंधन ने बिहार बंद का ऐलान किया। इस दौरान आरजेडी नेता केदार प्रसाद यादव ने अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने सड़क पर चादर बिछाई और भैंस बांधी। इस प्रदर्शन ने ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा कर दी, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जानिए इस अनोखे प्रदर्शन के बारे में और क्या कुछ हुआ।
 | 
बिहार में केदार प्रसाद का अनोखा प्रदर्शन, सड़क पर बिछाई चादर और भैंस बांधी

बिहार बंद का असर: केदार प्रसाद का अनोखा प्रदर्शन

Kedar Prasad Viral Video: बिहार में वोटर लिस्ट की जांच को लेकर महागठबंधन ने मंगलवार को बिहार बंद का ऐलान किया, जिसका प्रभाव सुबह से ही पूरे राज्य में देखा गया। इस दौरान वैशाली जिले से एक अनोखा दृश्य सामने आया, जिसने सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा बटोरी। यहां आरजेडी नेता केदार प्रसाद यादव ने अपने अनोखे प्रदर्शन से सबका ध्यान आकर्षित किया।


बिहार बंद को सफल बनाने के लिए वैशाली के भगवानपुर में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया और एनएच को टायर जलाकर पूरी तरह से जाम कर दिया। इसी बीच, नेता केदार प्रसाद ने सड़क पर चादर और तकिया बिछा दिया और लेट गए, जैसे कि कोई आरामगाह हो। इसके साथ ही, उन्होंने सड़क किनारे एक भैंस को भी बांध दिया, जिससे दृश्य और भी अनोखा बन गया। केदार यादव ने कहा, 'निर्वाचन आयोग की मनमानी नहीं चलेगी। लोकसभा चुनाव की वोटर लिस्ट के आधार पर विधानसभा चुनाव कराए जाएं। आयोग भाजपा का एजेंट बन गया है।'


केदार प्रसाद का अनोखा प्रदर्शन

फोटोशूट और ड्रामे के लिए मशहूर हैं केदार प्रसाद



केदार प्रसाद इससे पहले भी कई बार ड्रामे और अनोखे तरीकों से प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव की लंबी उम्र की कामना करते हुए सड़क पर पूजा-पाठ किया था, जहां उन्होंने फूल, मिठाई और अगरबत्ती लेकर तेजस्वी यादव की तस्वीर के सामने पूजा की थी, जैसे किसी देवता की आराधना हो रही हो। इस दौरान उनका पूरा फोटोशूट भी कराया गया था, जिसे उन्होंने खुद वायरल किया।


ट्रैफिक जाम और लोगों को भारी परेशानी

ट्रैफिक जाम और लोगों को भारी परेशानी


इस अनोखे विरोध प्रदर्शन के कारण एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यातायात ठप होने से स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को घंटों सड़कों पर फंसे रहना पड़ा।