बिहार में कोरोना के नए वेरिएंट पर सरकार की सतर्कता

बिहार सरकार की निगरानी
पटना। बिहार और अन्य राज्यों में कोरोना के नए मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण राज्य सरकार ने सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस विषय पर सिविल सर्जनों के साथ बैठकें कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री की प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि नए वेरिएंट के प्रति घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि कोविड की जानकारी मिलने के बाद सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं। प्रमुख अस्पतालों में कोविड जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वार्ड की व्यवस्था की गई है।
सतर्क रहने की सलाह
मंत्री ने कहा कि हमें सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि इस वेरिएंट को डब्ल्यूएचओ ने निगरानी में रखा है। स्वास्थ्य विभाग इसकी लगातार निगरानी कर रहा है। अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा
अपर मुख्य सचिव ने बैठक में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, जांच और उपचार की व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने लोगों से अपील की कि नए वेरिएंट के प्रति घबराने की बजाय सतर्क और जागरूक रहें।
नए सब-वेरिएंट की पहचान
आईएनएसएसीओजी के अनुसार, भारत में कोविड-19 के दो नए सब-वेरिएंट- एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 की पहचान की गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन्हें निगरानी में रखे गए वेरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है।
संदिग्ध मामलों की पहचान
बैठक में सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों को संदिग्ध मामलों की पहचान, सक्रिय निगरानी और समय पर जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। सभी जिलों को किसी भी संभावित परिस्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश भी दिए गए थे।