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बिहार में पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर आई बड़ी धमकी, आरोपी गिरफ्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय बिहार के दौरे पर हैं, जहां उन्हें जान से मारने की धमकी मिली। यह धमकी व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी समीर कुमार रंजन को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि धमकी देने में एक बुजुर्ग का नाम भी आया, लेकिन उन्होंने खुद को निर्दोष बताया। तकनीकी जांच में यह भी सामने आया कि धमकी देने वाला मोबाइल नंबर वीपीएन के जरिए सक्रिय था। पुलिस अब इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है।
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बिहार में पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर आई बड़ी धमकी, आरोपी गिरफ्तार

प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा और सुरक्षा चुनौती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में बिहार के दो दिवसीय दौरे पर हैं। 29 मई 2025 को पटना में उन्होंने एक भव्य रोड शो किया, और आज, 30 मई को उनका कार्यक्रम रोहतास जिले के बिक्रमगंज में निर्धारित है। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों को एक गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ा जब पीएम को जान से मारने की धमकी मिली। यह धमकी व्हाट्सएप कॉल के जरिए दी गई थी, जिसके बाद पुलिस और खुफिया विभाग सक्रिय हो गए।


विशेष टीम का गठन और आरोपी की गिरफ्तारी

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। जांच में पता चला कि धमकी सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के महेशी गांव के निवासी समीर कुमार रंजन (35 वर्ष) ने दी थी। उसे शुक्रवार तड़के गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने वीपीएन का उपयोग करके व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से धमकी दी।


बुजुर्ग का नाम और तकनीकी जांच

जांच के प्रारंभिक चरण में पुलिस को एक बुजुर्ग मंटू चौधरी का मोबाइल नंबर मिला, जिससे धमकी दी गई थी। लेकिन जब उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि वे साधारण की-पैड मोबाइल का उपयोग करते हैं और तकनीकी जानकारी से अनभिज्ञ हैं। बुजुर्ग ने आरोप लगाया कि उन्हें जानबूझकर फंसाने की साजिश की गई है, जिसमें समीर कुमार रंजन का हाथ है।


वीपीएन से सक्रिय मोबाइल नंबर की जांच

तकनीकी जांच में यह सामने आया कि जिस मोबाइल नंबर का उपयोग धमकी के लिए किया गया, वह 71 बार वीपीएन के माध्यम से सक्रिय हुआ था। यह नंबर समीर रंजन के पास था। धमकी देने में इस्तेमाल किए गए मोबाइल को जब्त कर लिया गया है और डिजिटल फॉरेंसिक जांच शुरू की गई है।


संभावित जमीन विवाद

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी का अपने पटीदार के साथ जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी मानसिक तनाव में उसने यह कदम उठाया। हालांकि, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इसके पीछे कोई राजनीतिक या आपराधिक मंशा थी।


सुरक्षा एजेंसियों का हाई अलर्ट

प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। बिक्रमगंज में आज का कार्यक्रम कड़े सुरक्षा घेरे में होगा। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि इस धमकी का कोई अन्य लिंक या साजिश नहीं है।