बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सियासी हलचल, केशव मौर्य का तीखा जवाब

बिहार में सियासी गतिविधियों में तेजी
लखनऊ। बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। मंगलवार को संसद में इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन हुआ। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि SIR (Special Intensive Revision) के नाम पर बिहार में वोटों की चोरी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस पर कड़ा जवाब दिया है।
केशव मौर्य ने कहा कि इंडी ठगबंधन विदेशी घुसपैठियों के फर्जी वोटों के सहारे बिहार में सत्ता पाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन चुनाव आयोग की पारदर्शी कार्रवाई ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है, इसलिए यह ठगबंधन बिहार से लेकर दिल्ली तक हंगामा कर रहा है।
विदेशी घुसपैठियों के फर्जी वोटों के दलदल से बिहार में सत्ता तलाशने की जुगत में था इंडी ठगबंधन। लेकिन चुनाव आयोग की पारदर्शी पहल ने उनके सपनों में ख़लल डाल दिया, इसलिए बिहार से लेकर दिल्ली तक यह ठगबंधन 'चीखमचीख' मचाए है।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) July 22, 2025
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य प्रारंभ कर दिया है, जिस पर विपक्षी दलों के नेता लगातार सवाल उठा रहे हैं। मंगलवार को संसद में भी इस मुद्दे पर विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, राजद, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसद शामिल थे। इससे पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में इंडिया ब्लॉक के नेताओं की बैठक हुई।