बिहार में संविदा कर्मियों पर लाठीचार्ज: राहुल गांधी का तीखा बयान

संविदा कर्मियों का प्रदर्शन और लाठीचार्ज
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही संविदा कर्मियों का मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है। बुधवार को पटना में न्याय और अधिकार की मांग करते हुए जमीन मापी से जुड़े संविदा कर्मियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटना के बाद, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि रोजगार की मांग करने पर लाठी मिलती है, जबकि अधिकार की जगह अत्याचार। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा इस बार इस गुंडा सरकार को उसकी असली जगह दिखाएंगे, उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
कांग्रेस का बयान और प्रदर्शन की स्थिति
कांग्रेस ने भी इस मामले पर एक्स पर लिखा कि बिहार में संविदा कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। बीजेपी द्वारा पुलिस को बुलाकर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कराया गया, जिसमें कई कर्मी घायल हुए। यह घटना दर्शाती है कि राज्य में नीतीश कुमार और केंद्र में मोदी सरकार अत्याचार की सरकार बन गई है, लेकिन जल्द ही इस अत्याचार का अंत होगा, बिहार की जनता इसका जवाब देगी।
लाठीचार्ज के दौरान हुई चोटें
लाठीचार्ज में प्रदर्शनकारियों के सिर पर गंभीर चोटें आने की सूचना
बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मियों ने जोरदार नारेबाजी की और वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पहले शांतिपूर्ण तरीके से समझाने की कोशिश की, लेकिन जब प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए, तो पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। इस दौरान कुछ हल्की झड़पें भी हुईं, जिसमें कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं। कुछ को गंभीर चोटें भी आई हैं।
प्रदर्शनकारियों का आक्रोश
संविदा कर्मियों ने लगाया ये आरोप
लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों में भारी आक्रोश फैल गया है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को अनुचित और दमनकारी बताया है। आंदोलनकारी कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रही है। उनका आरोप है कि एक महीने से शांतिपूर्ण धरने के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई भी अधिकारी बातचीत के लिए सामने नहीं आया है।