बिहार में स्वतंत्रता दिवस पर नीतीश कुमार की घोषणाएं और विकास योजनाएं

स्वतंत्रता दिवस का उत्सव
बिहार में शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस का समारोह धूमधाम से मनाया गया। लोग उत्साह और उमंग के साथ इस कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। पटना के गांधी मैदान में मुख्य समारोह का आयोजन हुआ, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तिरंगा फहराया। इस अवसर पर उन्होंने विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की।
मुख्यमंत्री का संबोधन
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 2005 से जब से उन्हें काम करने का अवसर मिला, तब से सभी धर्मों और जातियों के लिए विकास कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों की उपलब्धता पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा रहा है।
भविष्य के लिए योजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2020 में सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख नौकरियों और 10 लाख रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे पूरा किया जा रहा है। अब अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का निर्णय लिया गया है।
परीक्षा शुल्क में छूट
नीतीश कुमार ने यह भी घोषणा की कि राज्यस्तरीय सरकारी नौकरी के सभी आयोगों द्वारा आयोजित प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षाओं के शुल्क में एकरूपता लाते हुए अभ्यर्थियों को बड़ी छूट दी जाएगी। अब प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए केवल 100 रुपये का शुल्क रखा जाएगा, जबकि मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को कोई शुल्क नहीं देना होगा।
महिलाओं के लिए आरक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अधिक से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार मिलना उनकी प्राथमिकता है। इसके साथ ही, उद्योग लगाने वालों को मुफ्त में जमीन देने और महिलाओं के लिए आरक्षण की बात भी की। उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है।
विकास योजनाओं की स्वीकृति
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रगति यात्रा के दौरान विकास कार्यों का निरीक्षण किया गया और 430 नए विकास योजनाओं को स्वीकृति दी गई। उन्होंने पंचायतों में विवाह भवन बनाने और दीदी की रसोई की सेवा को प्रखंड स्तर तक उपलब्ध कराने की योजना का भी जिक्र किया।