बिहार युवा आयोग का गठन: नीतीश कुमार की नई पहल
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बिहार युवा आयोग का गठन किया है। यह आयोग युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने और उनके विकास को सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है। आयोग में एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और सात सदस्य होंगे, जिनकी अधिकतम आयु 45 वर्ष होगी। इस फैसले पर विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने आलोचना की है, जबकि एनडीए के सहयोगी चिराग पासवान ने इसे एक ऐतिहासिक निर्णय बताया है। जानें इस आयोग के उद्देश्य और इसके संभावित प्रभाव के बारे में।
Jul 8, 2025, 18:43 IST
| बिहार में युवाओं के लिए नई शुरुआत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य सरकार ने बिहार युवा आयोग के गठन को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करना और उनके विकास को सुनिश्चित करना है। यह आयोग युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर निजी क्षेत्र में रोजगार मिल सके।बिहार युवा आयोग में एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और सात सदस्य होंगे, जिनकी अधिकतम आयु 45 वर्ष निर्धारित की गई है। आयोग का मुख्य लक्ष्य युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करना है। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य के बाहर अध्ययन और काम करने वाले बिहार के युवाओं के अधिकारों की रक्षा हो।
इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया है कि यह कदम उनकी पार्टी के वादों की नकल है। यादव ने ट्वीट किया, "हम आगे बढ़ रहे हैं, जबकि बिहार की सरकार पिछड़े हुए कामों की नकल कर रही है।" उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर वे बिहार युवा आयोग का गठन करेंगे।
वहीं, एनडीए के सहयोगी चिराग पासवान ने इस कदम की सराहना की है। उन्होंने इसे राज्य के युवाओं के हित में एक ऐतिहासिक निर्णय बताया और कहा कि यह आयोग युवाओं के रोजगार, शिक्षा और कौशल विकास के लिए योजनाबद्ध प्रयास करेगा।