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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा हो चुकी है, जिसमें मतदान दो चरणों में होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने एक नई व्यवस्था की घोषणा की है, जिसके तहत मतदाता अब बूथ के अंदर मोबाइल फोन ले जा सकेंगे। यह निर्णय मतदाताओं की सुविधा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जानें इस महत्वपूर्ण बदलाव के बारे में और कैसे बिहार ने मतदाता सूची के शुद्धिकरण में देश को प्रेरित किया है।
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का आयोजन दो चरणों में किया जाएगा, जिसकी जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त ने दी है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।


मोबाइल फोन ले जाने की नई व्यवस्था

चुनाव आयोग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जो देशभर में बदलाव का संकेत दे सकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आगामी चुनाव में मतदाता बूथ के अंदर मोबाइल फोन ले जा सकेंगे। यह निर्णय मतदाताओं के लिए एक नई परंपरा की शुरुआत मानी जा रही है।


मतदाताओं की सुविधा के लिए बदलाव

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाताओं की लंबे समय से यह शिकायत थी कि उन्हें बूथ के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं थी। अब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से यह नियम बदल जाएगा। मतदाता अब बूथ के अंदर मोबाइल लेकर जा सकेंगे और मतदान से पहले मोबाइल रखने की अलग व्यवस्था भी की जाएगी। चुनाव आयोग का मानना है कि यह कदम पारदर्शिता और मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।


बिहार का उदाहरण

ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में हाल ही में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) किया गया। इसमें राज्य के 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों ने मतदाता सूची की शुद्धिकरण का कार्य किया। उन्होंने कहा, 'बिहार ने जिस तरह इस प्रक्रिया को पूरा किया, वह पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। जैसे वैशाली ने लोकतंत्र का मार्ग दिखाया, वैसे ही बिहार ने मतदाता सूची के शुद्धिकरण में देश को प्रेरित किया है।'


लोकतंत्र का महापर्व

लोकतंत्र का ‘महापर्व’ छठ की तरह मनाने की अपील

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने बिहार के मतदाताओं से लोकतंत्र के इस महापर्व को 'छठ' की तरह मनाने की अपील की। उन्होंने कहा, 'हम भारत के सभी मतदाताओं को सफल एसआईआर प्रक्रिया के लिए धन्यवाद देते हैं। मैं बिहार के नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे मतदान को उतने ही उत्साह से मनाएं, जितना छठ पर्व मनाते हैं।' चुनाव आयोग का मानना है कि यह भावना मतदाता जागरूकता को बढ़ाएगी और लोकतंत्र को और मजबूत बनाएगी।