बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा, राजनीतिक गतिविधियों में तेजी

त्योहारी मौसम में राजनीतिक हलचल
विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद बढ़ेगा प्रदेश का राजनीतिक पारा
बिहार, जो देश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, में त्योहारी सीजन के दौरान विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। अगले एक महीने में राजनीतिक हलचल बढ़ने की उम्मीद है, और ठंड के मौसम में भी राजनीतिक गर्मी बनी रहेगी। चुनाव आयोग ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम का विस्तृत विवरण साझा किया।
243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया
चुनाव आयोग के अनुसार, 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए इसे दो चरणों में विभाजित किया गया है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर की तारीख निर्धारित की गई है। पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में शेष 122 सीटों पर वोटिंग की जाएगी। इस बार राज्य में कुल 7.43 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, जिनमें लगभग 14 लाख नए मतदाता शामिल हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे।
चुनाव आयोग की टीम का बिहार दौरा
चुनाव आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने हाल ही में बिहार का दौरा किया और दो दिवसीय समीक्षा यात्रा के बाद दिल्ली लौट आई। सूत्रों के अनुसार, इस बार चुनाव दो चरणों में कराने का निर्णय प्रवासी बिहारियों की छठ पूजा के बाद वापसी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पहले चरण में उत्तरी और मध्य जिलों को शामिल करने से मतदाता भागीदारी में वृद्धि की संभावना है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आगामी विधानसभा चुनावों में 17 नई पहलों को लागू किया जाएगा। इनमें से कुछ पहल मतदान प्रक्रिया से पहले, कुछ मतदान के दौरान और कुछ मतदान के बाद से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 22 नवंबर से पहले कराए जाएंगे।