Newzfatafatlogo

बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारी में जेडीयू सांसद गिरधारी यादव की टिप्पणी पर विवाद

बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारी के दौरान जेडीयू सांसद गिरधारी यादव की विवादास्पद टिप्पणी ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर सवाल उठाए, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया। जेडीयू का कहना है कि इस बयान से पार्टी की छवि को नुकसान पहुँच सकता है और इससे विपक्ष को बल मिल सकता है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि गिरधारी यादव इस नोटिस का क्या जवाब देंगे।
 | 

बिहार में चुनावी हलचल

बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारी के चलते मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। इस बार जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ सांसद गिरधारी यादव ने पुनरीक्षण की प्रक्रिया और समयसीमा पर सवाल उठाकर विवाद खड़ा कर दिया है। उनके इस बयान के बाद पार्टी नेतृत्व ने सख्त कदम उठाते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।


जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और विधान परिषद सदस्य अफाक अहमद खान ने गिरधारी यादव को नोटिस भेजा है, जिसमें उन्हें 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।


गिरधारी यादव ने हाल ही में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) द्वारा बिहार में चलाए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम पर सवाल उठाए थे। जेडीयू नेतृत्व का कहना है कि सांसद का यह बयान पार्टी की नीति के खिलाफ है और इससे आयोग की छवि को नुकसान पहुँच सकता है।


पार्टी का मानना है कि गिरधारी यादव की टिप्पणियों से विपक्षी दलों को बल मिल सकता है, जो चुनाव प्रक्रिया और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर संदेह पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। जेडीयू ने हमेशा निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता और ईवीएम के उपयोग का समर्थन किया है।


नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि गिरधारी यादव का बयान पार्टी की नीतियों के खिलाफ है और इसे अनुशासन भंग माना जा रहा है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि गिरधारी यादव इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं।