Newzfatafatlogo

बिहार सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में वृद्धि की

बिहार की नीतीश सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत पेंशन राशि को ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100 कर दिया है। यह राशि अब हर महीने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से लाभार्थियों के खातों में भेजी जाएगी। इस कदम का उद्देश्य विधानसभा चुनाव से पहले कमजोर वर्गों में सरकार की पहुंच बढ़ाना है। विपक्ष ने इसे चुनावी जुमला करार दिया है। जानें इस योजना की विशेषताएं और विपक्ष की प्रतिक्रिया के बारे में।
 | 
बिहार सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में वृद्धि की

पेंशन राशि में वृद्धि

बिहार की नीतीश सरकार ने 'सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना' के तहत पेंशन राशि को ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100 कर दिया है। यह राशि अब हर महीने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजी जाएगी। इससे पहले, इस योजना के तहत जून में ₹271 करोड़ की राशि 62 लाख से अधिक लाभार्थियों में वितरित की गई थी, जिसमें वृद्धजन, विधवाएं और दिव्यांग शामिल थे।


इस कदम का उद्देश्य विधानसभा चुनाव से पहले कमजोर वर्गों में सरकार की पहुंच और समर्थन को बढ़ाना है। सरकार का लक्ष्य है कि 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत के तहत समाज के हाशिए पर रहने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जाए। यह सामाजिक कल्याण और चुनावी रणनीति का एक संयोजन माना जा रहा है।


योजना की मुख्य बातें इस प्रकार हैं: पहले पेंशन राशि: वृद्ध/बुजुर्ग ₹400, अब ₹1,100; विधवा ₹400, अब ₹1,100; दिव्यांग ₹400, अब ₹1,100। जून 2025 तक कुल 62 लाख से अधिक पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा। कुल बजट ₹5,241 करोड़ निर्धारित किया गया है, जो 2005-06 में केवल ₹98 करोड़ था।


विपक्ष की प्रतिक्रिया में, RJD नेता तेजस्वी यादव ने चुनावी अभियान के दौरान पेंशन बढ़ाने का वादा किया था, जिसमें उन्होंने इसे ₹400 से ₹1,500 तक बढ़ाने की बात कही थी। विपक्षी दल इसे चुनावी जुमला मानते हुए राज्य सरकार की आलोचना कर रहे हैं।