बीजिंग में बाढ़: 80,000 से अधिक लोगों को निकाला गया, राहत कार्य जारी

बीजिंग में बाढ़ की स्थिति
बीजिंग बाढ़: सरकारी चैनल सीसीटीवी के अनुसार, बीजिंग से अब तक 80,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि 136 गांवों में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। बाढ़ के कारण सड़कों पर तैरते वाहन, गिरे हुए बिजली के खंभे और डूबे हुए घरों की तस्वीरें इस प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को दर्शाती हैं।
शी जिनपिंग के निर्देश
शी जिनपिंग ने जारी किए निर्देश
इस संकट के बीच, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने निर्देश दिए हैं कि लापता व्यक्तियों की खोज में कोई कमी न छोड़ी जाए और विस्थापित लोगों को तुरंत राहत और पुनर्वास प्रदान किया जाए। बीजिंग के मियुन और यानकिंग जिलों में मरने वालों की संख्या सबसे अधिक है, जहां मियुन में 28 और यानकिंग में 2 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा, हेबेई प्रांत में भूस्खलन के कारण भी कई लोगों की जान गई है।
घरों में फंसे लोग
घरों में फंसे लोग
ताईशीतुन शहर के निवासियों ने बताया कि बाढ़ इतनी तेजी से आई कि बचने का कोई समय नहीं मिला। पेड़ उखड़ गए, सड़कें अवरुद्ध हो गईं और घरों में पानी और कीचड़ भर गया। कुछ लोग मदद के लिए छतों पर चढ़ गए, जबकि अन्य अपने व्यवसाय और जीवन की मेहनत को बाढ़ में बहते हुए देख रहे थे।
यात्रा पर प्रतिबंध
यात्रा पर प्रतिबंध
बीजिंग प्रशासन ने आपातकालीन अलर्ट स्तर 1 घोषित किया है। लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है, स्कूल और निर्माण कार्य बंद कर दिए गए हैं, और किसी भी प्रकार की बाहरी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
7 मिलियन डॉलर की सहायता
7 मिलियन डॉलर की सहायता
मौसम विभाग के अनुसार, बीजिंग में अभी भी भारी बारिश की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में 30 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। मियुन जलाशय रिकॉर्ड स्तर तक भर गया है, जिससे और पानी छोड़ा जा रहा है।
केंद्र सरकार ने हेबेई प्रांत को 50 मिलियन युआन (लगभग 7 मिलियन डॉलर) की आपातकालीन सहायता प्रदान की है और प्रभावित जिलों में विशेष राहत दल भेजे हैं। हालांकि, राहत कार्य की गति बिगड़ती स्थिति के साथ तालमेल बिठाने में संघर्ष कर रही है।