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बेंगलुरु भगदड़ पर सिद्धारमैया का बयान: पुलिस की लापरवाही का आरोप

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु में हुई भगदड़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें 11 लोगों की जान गई थी। उन्होंने पुलिस प्रशासन की लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें घटना की जानकारी देर से मिली। सिद्धारमैया ने यह भी स्पष्ट किया कि यह घटना राज्य सरकार द्वारा आयोजित नहीं की गई थी। विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है, जबकि सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार ने कोई गलत कदम नहीं उठाया। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप।
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बेंगलुरु भगदड़ पर सिद्धारमैया का बयान: पुलिस की लापरवाही का आरोप

सिद्धारमैया का बयान

सिद्धारमैया का बयान: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी। यह घटना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान 4 जून को हुई, जिसमें 11 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए। सिद्धारमैया ने कहा कि यह घटना पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण हुई। उन्होंने बताया कि उन्हें इस हादसे की जानकारी काफी देर से मिली।


सरकारी आयोजन नहीं था

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह घटना राज्य सरकार द्वारा आयोजित नहीं की गई थी। उन्होंने मीडिया से कहा, "यह सरकारी कार्यक्रम नहीं था और मुझे इस आयोजन में आमंत्रित नहीं किया गया था। घटना के बाद पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती किए जाने के लगभग दो घंटे बाद मुझे सूचित किया गया। भगदड़ की घटना बेहद दुखद है।"


पुलिस पर कार्रवाई

पुलिस की नाकामी पर हुई कड़ी कार्रवाई


सिद्धारमैया ने बताया कि पुलिस विभाग ने घटना की जानकारी समय पर साझा नहीं की थी। इसके बाद उन्होंने कड़ी कार्रवाई करते हुए पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया और राज्य खुफिया प्रमुख तथा उनके राजनीतिक सचिव को स्थानांतरित कर दिया। उन्होंने कहा, "सरकार इस घटना को गंभीरता से ले रही है। दोषियों के खिलाफ उचित कदम उठाए जा रहे हैं। यह घटना हमारे लिए काफी दर्दनाक है, लेकिन इसमें सरकार का कोई दोष नहीं है।"


विपक्ष की आलोचना

विपक्ष द्वारा की जा रही आलोचना


भगदड़ की घटना के बाद से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर विपक्षी दल भाजपा और जद (एस) ने तीव्र आलोचना की है। इन दलों ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है। सिद्धारमैया ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सरकार ने कोई गलत कदम नहीं उठाया। जो भी दोषी थे, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस पर शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है।"


राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप


मुख्यमंत्री ने भाजपा और जद (एस) पर राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "भाजपा आधारहीन और राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप लगा रही है। सरकार ने पहले ही घटना की प्रारंभिक जानकारी के आधार पर संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसके अलावा, विपक्ष की मांग पर एक न्यायिक जांच भी शुरू की गई है।"


पुलिस की चेतावनी

पुलिस ने दी थी चेतावनी


सिद्धारमैया ने कहा कि बेंगलुरु के विधि सभा के पास आयोजन की अनुमति दी गई थी, लेकिन वहां के पुलिस विभाग ने आयोजन स्थल पर सुरक्षा खामियों की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद, विभाग ने शर्तों के साथ अनुमति दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा, "यह पुलिस की जिम्मेदारी थी कि वे सभी शर्तों को सख्ती से लागू करते। आयोजन स्थल पर कोई अनहोनी नहीं हुई, लेकिन भगदड़ चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई, जहां पुलिस सुरक्षा व्यवस्था कमजोर पाई गई।"


एफआईआर दर्ज

घटना के अगले दिन, एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), डीएनए एंटरटेनमेंट और कर्नाटका राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। राज्य सरकार के अनुसार, डीएनए एंटरटेनमेंट ने विजय उत्सव का आयोजन किया था, जबकि KSCA ने कार्यक्रम का आयोजन किया था।