बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़: 11 की मौत, सीएम ने मुआवजे का ऐलान किया

बेंगलुरु चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़
बेंगलुरु चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़: आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की जीत का जश्न उस समय दुखद घटना में बदल गया जब स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर कन्नड़ में एक पोस्ट में लिखा, "चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान भगदड़ की दुखद खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं। इस घटना ने जीत की खुशी को गम में बदल दिया है। मृतकों की आत्मा को शांति मिले और घायल जल्द ठीक हों।"
मुआवजे की घोषणा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। इसके साथ ही घायलों को मुफ्त इलाज का आश्वासन भी दिया गया है।
Bengaluru: On the stampede incident, Karnataka CM Siddaramaiah says, "A major tragedy occurred during the victory celebrations. It happened near the Chinnaswamy Stadium. The government has announced a compensation of Rs 10 lakh for the deceased. The government will provide free… pic.twitter.com/9M5Hrjppmh
— News Media (@NewsMedia) June 4, 2025
भीड़ प्रबंधन पर सवाल उठे
इस घटना के बाद सरकार की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि स्टेडियम की क्षमता 35,000 लोगों की है, लेकिन वहां अनुमान से कहीं ज्यादा लगभग 2 से 3 लाख लोग उपस्थित हो गए थे। उन्होंने कहा, "हमने सोचा था कि स्टेडियम की क्षमता से थोड़ा ज्यादा लोग आएंगे, लेकिन इतनी बड़ी संख्या की उम्मीद नहीं थी।"
स्टेडियम की क्षमता और भीड़
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, "मैं इस घटना का बचाव नहीं करना चाहता। हमारी सरकार इस पर राजनीति नहीं करेगी। मैंने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और 15 दिन का समय दिया है। लोगों ने स्टेडियम के गेट भी तोड़ दिए। भगदड़ मच गई। किसी को इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 लोगों की है, लेकिन 2-3 लाख लोग आए।"
जांच के आदेश
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस गंभीर घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने को कहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। घटना के बाद विपक्षी पार्टी ने भी सरकार पर निशाना साधा है और सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही के आरोप लगाए हैं।