बेंगलुरु में छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला: क्या हैं सुरक्षा के उपाय?

बेंगलुरु में छात्रा ने लगाया गंभीर आरोप
बेंगलुरु में एक कॉलेज की छात्रा ने अपने पेइंग गेस्ट आवास में रहने के दौरान मकान मालिक अशरफ पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। छात्रा की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अशरफ को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना तब उजागर हुई जब पीड़िता ने स्थानीय थाने में जाकर पूरी घटना की जानकारी दी और एफआईआर दर्ज करवाई।
छात्रा का पीजी में शिफ्ट होना
छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि वह केवल 10 दिन पहले ही अशरफ के पीजी में रहने के लिए आई थी। 2 अगस्त की रात लगभग 12:41 बजे अशरफ उसके कमरे में आया और कहा कि अगर वह 'सहयोग' करेगी, तभी उसे खाना और रहने की सुविधा मिलेगी। जब छात्रा ने इसका विरोध किया, तो उसने उसे जबरदस्ती गाड़ी में बैठा लिया और दूर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
जबरदस्ती गाड़ी में बैठाने का आरोप
छात्रा ने बताया कि 'जब मैं अपने कमरे में थी, तब अशरफ आया और कहा कि वह मुझे रहने और खाने की सुविधा तभी देगा जब मैं उसके साथ सहयोग करूंगी। जब मैंने मना किया, तो उसने मेरा हाथ पकड़कर मुझे गाड़ी में बिठा लिया और एक कमरे में ले जाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया।' छात्रा ने यह भी कहा कि उसने उस समय अपनी लोकेशन एक दोस्त को भेजने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई।
अपराध के बाद की स्थिति
छात्रा ने आगे बताया कि इस अपराध को अंजाम देने के बाद अशरफ ने उसे 1:30 बजे से 2:15 बजे के बीच फिर से पीजी में छोड़ दिया। इसके बाद, उसने हिम्मत जुटाकर पुलिस के पास जाकर घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
दूसरे मामले का संदर्भ
यह घटना एक महीने पहले बेंगलुरु में एक अन्य पीजी मालिक पर लगे दुष्कर्म के आरोप के बाद आई है। उस मामले में रवि तेजा रेड्डी पर आरोप था कि उसने अपने पीजी में रहने वाली 21 वर्षीय नर्सिंग छात्रा के साथ दुष्कर्म किया।
असुरक्षा का बढ़ता मुद्दा
इन दोनों गंभीर घटनाओं ने बेंगलुरु में पीजी में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। छात्राओं के लिए बनाए गए सुरक्षित आवास अब उनके लिए खतरे का कारण बनते जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच जारी है। अब यह देखना है कि इन मामलों में न्याय कब और किस रूप में मिलता है।