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बेंगलुरु में डेंगू के मामलों में वृद्धि, सरकार ने उठाए सख्त कदम

कर्नाटक के बेंगलुरु में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिसके चलते राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। नए नियमों के तहत, मच्छरों के प्रजनन स्थलों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को स्वच्छता बनाए रखने और डेंगू से बचाव के उपायों को अपनाने की सलाह दी है। जानें इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं और आम जनता के लिए क्या सलाह दी जा रही है।
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बेंगलुरु में डेंगू के मामलों में वृद्धि, सरकार ने उठाए सख्त कदम

डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि

मानसून के दौरान स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है, और इस वर्ष कर्नाटक, विशेष रूप से बेंगलुरु में, डेंगू के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। सरकार ने खराब स्वच्छता या मच्छरों के लार्वा के प्रजनन स्थलों पर भारी जुर्माना लगाने का ऐलान किया है। यह कदम डेंगू के प्रसार को रोकने और नागरिकों को अपने आस-पास सफाई बनाए रखने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।


स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, डेंगू के मामलों में वृद्धि का मुख्य कारण घरों के आसपास, गमलों, कूलरों, पुराने टायरों और अन्य स्थानों पर जमा रुका हुआ पानी है, जहां एडीस मच्छर पनपते हैं। ये मच्छर दिन के समय सक्रिय होते हैं और इनके काटने से डेंगू फैलता है।


नए नियमों और जुर्माने के तहत, यदि किसी के घर या संपत्ति के आसपास मच्छर प्रजनन स्थल पाए जाते हैं, तो उन पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। यह जुर्माना न केवल व्यक्तियों पर, बल्कि हाउसिंग सोसायटियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर भी लागू होगा, जहां स्वच्छता के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।


सरकार ने स्थानीय निकायों को नियमित निरीक्षण करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सरकार का मानना है कि इस चुनौती का सामना करने के लिए केवल सरकारी प्रयासों से काम नहीं चलेगा, बल्कि हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और अपने आस-पास सफाई रखनी होगी। डेंगू से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका मच्छरों के प्रजनन स्थलों को समाप्त करना है।


आम जनता के लिए सलाह: अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने दें। कूलरों, गमलों की ट्रे और अन्य बर्तन नियमित रूप से खाली करें और साफ करें। पानी की टंकियों को ढक कर रखें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, विशेषकर बच्चों के लिए। पूरे बाजू के कपड़े पहनें ताकि मच्छर न काट सकें। यदि बुखार, शरीर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है ताकि लोग इस बीमारी के प्रति सचेत रहें और बचाव के उपायों को अपनाएं। यह समय है कि हम सब मिलकर इस बीमारी से लड़ें और अपने शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखें।