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बेंगलुरु में भगदड़: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जताया दुख, सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु में हुई भगदड़ पर गहरा दुख व्यक्त किया है, जिसमें 11 लोगों की जान गई और 50 से अधिक घायल हुए। उन्होंने इस घटना को भारत में अन्य भगदड़ों के संदर्भ में रखा और कहा कि यह आयोजन राज्य सरकार द्वारा नहीं किया गया था। सिद्धारमैया ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बताया कि स्टेडियम की क्षमता 35,000 थी, लेकिन वहां 2 से 3 लाख लोग इकट्ठा हो गए। सभी घायलों की स्थिति स्थिर है और उन्हें तुरंत उपचार मिल रहा है।
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बेंगलुरु में भगदड़: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जताया दुख, सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल

बेंगलुरु में हुई दुखद भगदड़

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु में हाल ही में हुई भगदड़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और लगभग 50 अन्य घायल हुए। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस प्रकार की घटनाओं का बचाव नहीं करेंगे, लेकिन इसे भारत में अन्य भगदड़ों के संदर्भ में देखा जा सकता है।


कुंभ मेले की भगदड़ का संदर्भ

कुंभ मेले की भगदड़ का उल्लेख


सिद्धारमैया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "भारत में कई भगदड़ की घटनाएं हुई हैं, जिनमें से कुछ बेहद गंभीर रही हैं।" उन्होंने जनवरी में प्रयागराज में हुए महाकुंभ मेले की भगदड़ का उदाहरण दिया, जिसमें 30 लोगों की मौत हुई थी और 60 लोग घायल हुए थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह इन घटनाओं का बचाव नहीं कर रहे हैं और यह अत्यंत दुखद हैं।


आयोजन की जिम्मेदारी

स्टेडियम आयोजन का आरोप


सिद्धारमैया ने बताया कि बेंगलुरु में हुई भगदड़ का आयोजन राज्य सरकार द्वारा नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) द्वारा आयोजित किया गया था, और राज्य सरकार ने केवल अनुमति दी थी। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए बेंगलुरु पुलिस को तैनात किया गया था। "हमने स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित नहीं किया था, बल्कि पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित की थी," उन्होंने कहा।


अप्रत्याशित भीड़

भारी भीड़ और अप्रत्याशित घटना


मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टेडियम की क्षमता 35,000 थी, लेकिन वहां 2 से 3 लाख लोग इकट्ठा हो गए, जो पूरी तरह अप्रत्याशित था। उन्होंने बताया कि विधानसभा के सामने एक लाख से अधिक लोग जमा हुए, लेकिन वहां कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। सिद्धारमैया ने घटना के बारे में और जानकारी देते हुए कहा कि 47 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया।


घायलों की स्थिति

घायलों की स्थिति


मुख्यमंत्री ने कहा, "सभी घायल खतरे से बाहर हैं," और यह भी बताया कि घायलों को तुरंत उपचार मिल रहा था। इस दुखद घटना के बावजूद, मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।