बेंगलुरु में रियल एस्टेट कारोबारी की हत्या: राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ का खुलासा

बेंगलुरु में हत्या का मामला
15 जुलाई की शाम को बेंगलुरु की एक व्यस्त सड़क पर रियल एस्टेट व्यवसायी बिकला शिवा की हत्या ने शहर में रियल एस्टेट माफिया के नेटवर्क और उनके राजनीतिक संबंधों को उजागर कर दिया है। इस हत्या के कुछ ही घंटों बाद भाजपा विधायक बयरथी बसवराज को संदिग्ध के रूप में नामित किया गया, जिससे यह मामला राजनीतिक मोड़ ले गया। जांच में सामने आ रहे तथ्य बेंगलुरु के रियल एस्टेट के अंधेरे और हिंसक पहलुओं को उजागर कर रहे हैं।
भूमि विवाद और हत्या की पृष्ठभूमि
जानकारी के अनुसार, बिकला शिवा और आरोपी गैंगस्टर जगदीश के बीच 12 एकड़ की भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। किथगनूर क्षेत्र की इस भूमि की कीमत हाल के वर्षों में काफी बढ़ गई थी, और दोनों पक्ष इसे अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे थे। फरवरी 2025 में, शिवा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि जगदीश उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है, और इसी आधार पर बाद में हत्या का मामला दर्ज किया गया।
खुलेआम हत्या की वारदात
15 जुलाई की रात लगभग 8:10 बजे, बिकला शिवा को उसके घर के बाहर चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि हत्यारों ने पिछले कई दिनों से उसकी गतिविधियों पर नजर रखी थी। जांच में यह भी पता चला कि हत्या को अंजाम देने के लिए कर्नाटक के कोलार से सुपारी किलर बुलाए गए थे, जिन्हें 20-20 लाख रुपये का भुगतान करने का वादा किया गया था।
राजनीतिक हलचल और विधायक पर संदेह
इस हत्या के मामले में भाजपा विधायक बयरथी बसवराज का नाम सामने आने से राजनीतिक हलचल मच गई। बिकला शिवा की मां ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे को विधायक के करीबी लोगों से धमकियां मिल रही थीं। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने बयान से पलटी मार ली, लेकिन पुलिस को विधायक के पीए और आरोपी गैंगस्टर जगदीश के बीच कॉल डिटेल्स से लिंक मिले हैं। विधायक ने सभी आरोपों को नकारते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया है।
गिरफ्तारी और जांच की स्थिति
पुलिस ने अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी जगदीश हत्या के बाद दुबई भाग गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए 24 जुलाई को जांच सीआईडी को सौंप दी गई है। पुलिस का कहना है कि वे विधायक और अन्य संदिग्धों से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही हैं और तकनीकी सबूतों की मदद से केस को आगे बढ़ाया जाएगा।
राजनीति और अपराध का गठजोड़
इस मामले ने बेंगलुरु में रियल एस्टेट से जुड़े संगठित अपराध और नेताओं के बीच सांठगांठ की तस्वीर पेश की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर को विभिन्न क्षेत्रों में बांटकर रियल एस्टेट माफिया काम करते हैं और स्थानीय विधायक उन्हें संरक्षण देते हैं। बिकला शिवा खुद भी फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से भूमि पर कब्जा करने के मामलों में शामिल था, लेकिन उसकी स्वतंत्र गतिविधियां बड़े माफिया को चुभने लगी थीं।