Newzfatafatlogo

ब्राजील और अमेरिका के बीच बढ़ता तनाव: लूला का सख्त संदेश

ब्राजील और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के बीच, राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि ब्राजील अब किसी भी प्रकार के अपमानजनक व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगाए गए भारी टैक्स और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। लूला ने कहा कि ब्राजील अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा और अमेरिका के साथ बराबरी की शर्तों पर बातचीत के लिए तैयार है।
 | 
ब्राजील और अमेरिका के बीच बढ़ता तनाव: लूला का सख्त संदेश

ब्राजील की संप्रभुता पर जोर

ब्राजील और अमेरिका के बीच तनाव में लगातार वृद्धि हो रही है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ब्राजील के उत्पादों पर भारी टैक्स लगाने और देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के प्रयासों पर राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि ब्राजील अब किसी भी प्रकार के अपमानजनक व्यवहार को सहन नहीं करेगा।


मंगलवार को अपने मंत्रियों के साथ बैठक में, लूला ने विदेशी दबाव को अस्वीकार करते हुए ब्राजील की संप्रभुता की रक्षा की बात की। उन्होंने कहा, "जो कोई भी हमारे 85 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में, हमारे हवाई क्षेत्र, समुद्री क्षेत्र या जंगलों में प्रवेश करना चाहता है, उसे हमारे संविधान और कानूनों के प्रति जवाबदेह होना होगा।"


लूला ने ट्रंप द्वारा ब्राजील के सामानों पर भारी टैक्स लगाने और अमेरिकी टेक कंपनियों पर नियंत्रण के प्रयासों के खिलाफ भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ब्राजील सरकार अमेरिका के साथ "बराबरी की शर्तों पर" बातचीत करने को तैयार है, लेकिन अधीनस्थों जैसा व्यवहार स्वीकार नहीं किया जाएगा।


यह विवाद तब शुरू हुआ जब 30 जुलाई को ट्रंप प्रशासन ने ब्राजील से आने वाले निर्यात पर 50 प्रतिशत तक का भारी टैक्स लगाने की योजना की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जेंडर डी मोरेस पर भी प्रतिबंध लगाने की बात कही। जस्टिस मोरेस वर्तमान में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ मामलों की निगरानी कर रहे हैं।


ट्रंप ने पहले ब्राजील को "भयानक व्यापारिक भागीदार" कहा था और बोल्सोनारो के खिलाफ चल रहे मुकदमे को "राजनीतिक हत्या" करार दिया था। लूला ने 21 अगस्त को ट्रंप के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें उन्होंने कहा कि ट्रंप को ब्राजील के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।


लूला का यह कड़ा रुख दर्शाता है कि ब्राजील अपनी विदेश नीति और आंतरिक मामलों में किसी भी बाहरी दबाव के आगे झुकने को तैयार नहीं है।