ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन
ब्रिटेन में हाल ही में एक लाख से अधिक लोगों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस आंदोलन को 'यूनाइटेड द किंगडम' नाम दिया गया और इसे दक्षिणपंथी नेता टॉमी रॉबिन्सन ने आयोजित किया। प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इस हिंसा की निंदा की और कहा कि लोगों को शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार है। जानें इस प्रदर्शन के पीछे की वजह और इसके संभावित प्रभाव।
Sep 15, 2025, 12:21 IST
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ब्रिटेन में विरोध प्रदर्शन की लहर
दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इस समय व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। नेपाल के बाद, अमेरिका में भी प्रदर्शन हुए और अब ब्रिटेन में भी इसी तरह के आंदोलन शुरू हो गए हैं। इस बार ब्रिटेन में जो हंगामा हो रहा है, वह बाहरी लोगों के खिलाफ है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकाला जाए। हाल ही में, लगभग एक लाख लोग लंदन की सड़कों पर उतरे और अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया।
यूनाइटेड द किंगडम प्रोटेस्ट
यूनाइटेड द किंगडम प्रोटेस्ट
ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या के खिलाफ शनिवार को लंदन में एक लाख से अधिक लोगों ने प्रदर्शन किया। इस आंदोलन को 'यूनाइटेड द किंगडम' नाम दिया गया। इसे दक्षिणपंथी नेता टॉमी रॉबिन्सन ने आयोजित किया। यह प्रदर्शन देश की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी रैली मानी जा रही है। इस दौरान, टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने वीडियो के माध्यम से समर्थन दिया और कहा, 'हिंसा तुम्हारे पास आ रही है। या तो लड़ो या मरो।' मस्क ने ब्रिटेन में संसद भंग करने की मांग की और कहा कि सरकार में बदलाव की आवश्यकता है। जब यह बड़ा प्रदर्शन हो रहा था, तब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर अपने बेटे के साथ फुटबॉल मैच देख रहे थे। उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रदर्शन के दौरान 26 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें से चार को गंभीर चोटें आई हैं।
अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने की मांग
अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की मांग
यूरोप में अवैध प्रवासियों का मुद्दा तेजी से बढ़ रहा है। पश्चिमी संस्कृति में यह एक सामान्य विषय बन गया है। पहले मानवाधिकारों के नाम पर अवैध प्रवासियों को अपने देश में रखा गया, लेकिन अब वही देश उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थानीय समुदाय की तुलना में अवैध प्रवासियों को अधिक अधिकार मिलने की बात अब जोर पकड़ रही है। ब्रिटेन की जनता अब चाहती है कि अवैध प्रवासियों को देश से बाहर किया जाए। यह पहली बार है जब इतने बड़े स्तर पर इस तरह का मार्च आयोजित किया गया है।
पुलिस अधिकारियों पर हमले और नस्लवादी धमकी
पुलिस अधिकारियों पर हमले और नस्लवादी धमकी
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने हाल ही में हुए बड़े पैमाने पर आप्रवासी विरोधी प्रदर्शन के हिंसक होने और कई पुलिस अधिकारियों के घायल होने की निंदा की। टॉमी रॉबिन्सन द्वारा आयोजित 'यूनाइटेड द किंगडम' विरोध प्रदर्शन अराजकता में बदल गया, जिसमें कम से कम 26 पुलिस अधिकारी घायल हुए। इस सिलसिले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया। स्टार्मर ने कहा कि लोगों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अधिकार है, जो हमारे देश के मूल्यों का हिस्सा है।