भगवानपुर अस्पताल विवाद: राव इंद्रजीत सिंह ने विपक्ष पर लगाया साजिश का आरोप

भगवानपुर अस्पताल का विवाद गहराया
भगवानपुर अस्पताल के निर्माण को लेकर रेवाड़ी में चल रहा विवाद अब और अधिक गंभीर हो गया है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी स्पष्ट राय रखी।
विपक्ष पर आरोप
रेवाड़ी के रामपुरा हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, उन्होंने विपक्ष और कुछ व्यक्तियों पर साजिश रचने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि जैसे एम्स (AIIMS Rewari) के समय स्थानीय लोगों को गुमराह किया गया, वही स्थिति अब भगवानपुर के 200 बेड वाले अस्पताल के साथ हो रही है। यह बयान हरियाणा की राजनीतिक स्थिति में हलचल पैदा कर रहा है।
डिनर डिप्लोमेसी पर स्पष्टीकरण
राव इंद्रजीत सिंह ने डिनर डिप्लोमेसी विवाद पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि 18 जून को उनकी बेटी और हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने अपने नए घर में स्थानीय लोगों के लिए एक सामान्य रात्रिभोज का आयोजन किया था। यह कार्यक्रम भाजपा की 'कमल सखी' योजना के तहत सामाजिक गतिविधियों का हिस्सा था।
विपक्ष की हताशा
राव ने सवाल उठाया कि यदि डिनर जून में हुआ, तो इसे अब विवाद का मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है? उन्होंने इसे विपक्ष की हताशा और साजिश करार दिया, यह कहते हुए कि यह सब उनकी और उनकी बेटी की छवि को नुकसान पहुँचाने की कोशिश है।
सरपंच और विपक्ष पर निशाना
केंद्रीय मंत्री ने भगवानपुर के सरपंच प्रतिनिधि पर भी निशाना साधा। उन्होंने उन पर कांग्रेस के उम्मीदवार का समर्थन करने और साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया। राव ने फोन रिकॉर्डिंग को गैरकानूनी बताया और इसे गंभीर अपराध कहा।
अपशब्दों पर चेतावनी
राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी बेटी आरती सिंह राव के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग करने वालों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कुछ भी कहा जा सकता है, लेकिन उनकी बेटी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणियाँ बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
मानहानि का मुकदमा
उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात भी कही। राव ने जनता से अपील की कि वे इस तरह की साजिशों से सावधान रहें और भगवानपुर अस्पताल के निर्माण का समर्थन करें।