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भाकियू प्रतिनिधियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों की समस्याएं सुनीं

भाकियू का प्रतिनिधिमंडल बाढ़ से प्रभावित गांवों का दौरा कर किसानों की समस्याओं को सुन रहा है। उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग की है, क्योंकि बाढ़ के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द ही उचित कदम नहीं उठाए, तो वे बड़े धरने का आयोजन करेंगे। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
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भाकियू प्रतिनिधियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों की समस्याएं सुनीं

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा


Charkhi Dadri News - भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल आज बाढ़ से प्रभावित गांवों बाढड़ा, काकड़ौली और लाडावास का दौरा किया। उन्होंने किसानों की समस्याओं को सुना और प्रदेश सरकार से उनकी मदद की मांग की।


भाकियू के अध्यक्ष हरपाल सिंह भांडवा के नेतृत्व में युवा किसान नेता रवि आजाद और महासचिव ओमप्रकाश उमरवास ने दादरी और भिवानी के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। किसान नेताओं ने बताया कि बाढ़ के कारण बाजरा, ग्वार और कपास की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं, जबकि सरकार केवल कागजी कार्रवाई कर रही है।


किसानों की समस्याएं और सरकार की अनदेखी

किसानों का रुझान कम हो रहा है


भिवानी जिले का सागवान गांव बाढ़ में डूबा हुआ है, लेकिन सरकार ने अभी तक पानी निकासी के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। भाकियू अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द ही मुआवजे की घोषणा नहीं की, तो वे राज्य स्तर पर बड़ा धरना प्रदर्शन करेंगे।


मुआवजे की मांग


वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सोमवीर श्योराण ने किसानों से मुलाकात की और सरकार की अनदेखी पर रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रति एकड़ 15 हजार की बजाए 50 हजार का मुआवजा मिलना चाहिए।


बाढ़ से फसलें नष्ट, किसानों की स्थिति गंभीर

किसानों की समस्याएं बढ़ रही हैं


सीएम नायब सिंह सैनी ने 10 से 15 हजार मुआवजे का वादा किया है, जो किसानों के लिए अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे किसान संकट में हैं।


प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सरकार को तुरंत आगे आकर किसानों की मदद करनी चाहिए और बर्बाद फसलों का सर्वेक्षण कर उचित मुआवजा देना चाहिए।