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भाजपा अगले 48 घंटों में 1000 बर्तन किट प्रभावितों को पहुंचाएगी: डॉ. राजीव बिंदल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने नाचन विधानसभा क्षेत्र में प्रभावित लोगों के लिए 1000 बर्तन किट वितरित करने की योजना की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि यह किट अगले 48 घंटों में पहुंचाई जाएगी। बिंदल ने सरकार की विफलताओं पर भी प्रकाश डाला, विशेषकर उन लोगों के लिए जिन्होंने 2023 और 2024 में अपने घरों को खो दिया। राहत कार्य में देरी से होने वाले नुकसान के बारे में भी उन्होंने चेतावनी दी। जानें इस सेवा प्रयास के बारे में और क्या कहा बिंदल ने।
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भाजपा अगले 48 घंटों में 1000 बर्तन किट प्रभावितों को पहुंचाएगी: डॉ. राजीव बिंदल

भाजपा का सेवा प्रयास

मंडी (ऊषा शर्मा): भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने नाचन विधानसभा क्षेत्र में स्यांज पंचायत के पंगलिपुर, सैंज और सिराज विधानसभा क्षेत्र में बाख्ली कुकलाह का दौरा किया। बिंदल ने बताया कि प्रभावित लोगों की मांग है कि राशन तो पर्याप्त मिल रहा है, लेकिन बर्तन नहीं हैं। इसी संदर्भ में भाजपा ने 17 संगठनात्मक जिलों में वर्चुअल बैठक के माध्यम से निर्णय लिया है कि अगले 48 घंटों में 1000 बर्तन किट प्रभावितों को पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही यह निर्णय लिया गया, घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र ने बर्तन किट की एक गाड़ी, जिसमें 100 से अधिक किट हैं, सिराज के लिए रवाना की। भाजपा के कार्यकर्ता इन किटों के वितरण के लिए पोलिंग बूथ के कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय बना रहे हैं।


बर्तन किट की सामग्री

क्या है बर्तन किट
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने बताया कि बर्तन किट में 1 कुकर, 1 कड़ाही, 6 थालियाँ, गिलास, कटोरियाँ, चम्मच, चकला, बेलन, बाल्टी, मग आदि शामिल हैं। इसे मिनी किचन भी कहा जा सकता है। इस किट का वितरण भाजपा का एक छोटा सा सेवा प्रयास है, क्योंकि धरातल पर नुकसान बहुत अधिक है, जिसकी भरपाई करना असंभव है।


सरकार की विफलता पर बिंदल की टिप्पणी

प्रदेश सरकार ने 2023 और 2024 के प्रभावितों को अभी तक नहीं दी जमीन
बिंदल ने कहा कि सरकार को त्वरित कार्यवाही करते हुए उन 500 से अधिक लोगों को, जिन्होंने अपने घर और बगीचों को पूरी तरह से खो दिया है, पुनः स्थापित करने के लिए जमीन मुहैया करानी चाहिए। यह दुखद है कि 2023 और 2024 में जिन लोगों को नुकसान हुआ, उन्हें प्रदेश सरकार अब तक जमीन नहीं दे पाई है। यह सरकार की विफलता है और इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।


राहत कार्य में देरी का खतरा

जितना राहत कार्य में प्रदेश सरकार विलंब करेगी उतना बड़ा नुकसान होगा
बिंदल ने कहा कि राहत कार्य में जितनी देरी होगी, उतना ही नुकसान बढ़ेगा। जेसीबी और पोकलेन की मशीनें प्रभावित क्षेत्रों में नहीं दिख रही हैं, और जितनी देर से ये मशीनें भेजी जाएंगी, उतना ही नुकसान बढ़ता जाएगा। लोगों के बगीचे पत्थरों से भर गए हैं और घरों में भारी पानी और पेड़ घुस गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में तबाही का आलम है।