भाजपा नेता अमित मालवीय ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना, एनडीए सरकार की आवश्यकता बताई

बिहार विधानसभा चुनाव में बयानबाजी का दौर
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। एनडीए और महागठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इसी संदर्भ में भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया।
मालवीय ने मंगलवार को 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए तेजस्वी यादव पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सामाजिक ताने-बाने से दूर रहने का आरोप लगाया।
उन्होंने लिखा, "तेजस्वी यादव ने नवरात्रि के दौरान मछली खाकर मां दुर्गा का अपमान किया, और फिर कलम फेंककर मां सरस्वती का। पितृ पक्ष में जब लोग गयाजी में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करने आते हैं, तब इस व्यक्ति ने अपनी चुनावी यात्रा निकाली। इसके बाद, सीता माता की धरती पर, देवी पक्ष शुरू होने से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता जी को अपशब्द कहने का काम किया।"
मालवीय ने आगे कहा, "ऐसे व्यक्ति को बिहार के सामाजिक ताने-बाने से विमुख मानते हुए, बिहार कभी स्वीकार नहीं करेगा। लालू प्रसाद यादव के जंगलराज का वह भयावह दौर, जिसे आज भी लोग याद करते हैं, बिहार पर हुए जुल्म को कोई बिहारी नहीं भूला है। बिहारियों के सम्मान के लिए एनडीए सरकार का पुनः आना आवश्यक है।"
इससे पहले, मालवीय ने सोमवार को लिखा, "24 घंटे से अधिक हो गए, लेकिन तेजस्वी यादव को इस बात का कोई अफसोस नहीं है कि उनकी सभा में आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत माताजी को गाली दी। तेजस्वी के भाषण के बाद ही उनके कार्यकर्ताओं ने यह दुस्साहस किया, जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार हैं।"
उन्होंने कहा, "यह स्पष्ट है कि जिसने अपनी बहन को दुत्कार दिया और भाई की पीठ में खंजर घोंपा, उससे किसी महिला के सम्मान की उम्मीद करना बेमानी है। अगर उनमें शिक्षा और संस्कार होते, तो देवी पक्ष से पहले ऐसी ओछी हरकत नहीं करते। बिहार के लोग प्रधानमंत्री मोदी जी की माताजी को दी गई गाली से आहत और आक्रोशित हैं।"