भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने तेजस्वी यादव पर किया हमला

भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस अवसर पर उन्होंने बिहार में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया। त्रिवेदी ने तेजस्वी के एक बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने संसद के वक्फ बोर्ड कानून को कूड़ेदान में फेंकने की बात कही है।
आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर टिप्पणी
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "हाल ही में हमने भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्याय आपातकाल के 50 वर्ष पूरे किए हैं। यह दुखद है कि पटना के गांधी मैदान में, जहां आपातकाल के दौरान संविधान की रक्षा के लिए लाखों लोग एकत्र हुए थे, वहां तेजस्वी यादव ने संसद के कानून को कूड़ेदान में फेंकने की बात की। यह कानून दोनों सदनों से पारित हो चुका है और न्यायालय में विचाराधीन है। इससे स्पष्ट होता है कि न तो संसद का सम्मान है और न ही न्यायपालिका का।"
संविधान का अपमान
उन्होंने आगे कहा, "तेजस्वी यादव का यह बयान वोट बैंक की चाहत में दिया गया है, जो संविधान को कूड़ेदान में फेंकने की मानसिकता को दर्शाता है।"
वक्फ पर विचार
सुधांशु त्रिवेदी ने वक्फ का उल्लेख करते हुए कहा, "कुरान में 'वक्फ' जैसा कोई शब्द नहीं है। यह मौलवियों द्वारा बनाया गया शब्द है। इस्लाम खर्च करने और देने की शिक्षा देता है, न कि संग्रह करने की। यह बाबा साहेब के संविधान का मजाक उड़ाने के समान है।"
भविष्य की आशंका
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इंडी गठबंधन सत्ता में आया, तो वे बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को कूड़ेदान में फेंक देंगे और शरिया कानून लागू करेंगे। यह कोई अतिशयोक्ति नहीं है।"
आरक्षण पर आरोप
भाजपा सांसद ने जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एससी/एसटी और ओबीसी आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "माइनॉरिटी संस्थाओं को दर्जा देने का प्रयास किया जा रहा है, जो संविधान के खिलाफ है।"