भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच: निर्णायक दौर में पहुंचा मुकाबला
पहला टेस्ट मैच: भारत की स्थिति
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहा पहला टेस्ट मैच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। तीन दिन के खेल के बाद दोनों टीमें लगभग बराबरी पर हैं, और अब अंतिम दो दिन महत्वपूर्ण साबित होंगे। तीसरे दिन के खेल के अंत तक, भारत ने 2 विकेट पर 90 रन बना लिए हैं, जिससे उनकी कुल बढ़त 96 रनों की हो गई है। इस टेस्ट मैच में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ कितने रन बनाने होंगे, इस पर विभिन्न भविष्यवाणियां की जा रही हैं।लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेले जा रहे इस टेस्ट की चौथी पारी में इंग्लैंड को बल्लेबाजी करनी होगी। हालांकि, इंग्लैंड के लिए यह आसान नहीं होगा। पिछले दस वर्षों के आंकड़ों के अनुसार, यहां केवल दो बार ही टीमों ने 300 से अधिक रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया है। यदि भारत अपनी बढ़त 300 के पार ले जाता है, तो उनकी जीत की संभावना 85 से 90 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। इस मैदान पर सबसे अधिक रन चेज करने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है, जिन्होंने 1948 में इंग्लैंड के 404 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया था।
भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट में जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी दूसरी पारी में निरंतरता बनाए रखनी होगी। यदि भारत इंग्लैंड को 340 से 350 रनों का लक्ष्य देता है, तो उनकी जीत लगभग निश्चित हो जाएगी। मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी के सामने 340 रनों से अधिक का लक्ष्य इंग्लैंड के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
लीड्स के मैदान पर भारत के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो भारतीय टीम ने यहां अब तक सात टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से केवल दो में जीत हासिल की है। एक मैच ड्रॉ रहा है, जबकि चार मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। 1986 में कपिल देव और 2002 में सौरव गांगुली ही दो भारतीय कप्तान हैं, जिन्होंने यहां टेस्ट मैच जीतने में सफलता पाई है।