भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग को नई दिशा: 10-वर्षीय ढांचे पर सहमति

भारत-अमेरिका की महत्वपूर्ण बैठक
India-US: भारत और अमेरिका के उच्च अधिकारियों ने हाल ही में एक बैठक में व्यापार, निवेश, ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद-निरोध और रक्षा सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। यह बैठक विदेश और रक्षा मंत्रालयों के बीच 2+2 तंत्र के तहत आयोजित की गई, जो द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है।
सामूहिक साझेदारी को बढ़ावा देने की दिशा में कदम
25 अगस्त को हुई इस बैठक में अधिकारियों ने दोनों देशों के संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया और सहयोग बढ़ाने के लिए कई रास्तों पर चर्चा की। यह बैठक भारत-अमेरिका की रक्षा साझेदारी के लिए एक नए 10-वर्षीय ढांचे के समझौते के साथ महत्वपूर्ण रही।
नए रक्षा ढांचे का महत्व
भारत और अमेरिका के अधिकारियों ने आगामी 10 वर्षों में रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए कई रणनीतियों पर विचार किया। एक बयान में कहा गया कि बैठक में व्यापार, निवेश, ऊर्जा सुरक्षा, और असैन्य परमाणु सहयोग को मजबूत करने सहित कई साझा मुद्दों पर चर्चा की गई।
रक्षा साझेदारी में नई गति
बैठक में भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी के लिए नए 10-वर्षीय ढांचे पर सहमति बनी। इसके तहत रक्षा उद्योग और सैन्य साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहलुओं पर कार्य किया जाएगा, जिससे दोनों देशों के लिए सैन्य सहयोग में गति आएगी।
क्षेत्रीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित
दोनों देशों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक सुरक्षित और समृद्ध माहौल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया। क्वाड के माध्यम से क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक स्थिर और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों का योगदान महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
व्यापार विवाद और टैरिफ नीति
यह बैठक ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25% पारस्परिक टैरिफ लागू करने की घोषणा के कुछ दिन पहले आयोजित की गई। इस फैसले ने द्विपक्षीय व्यापार समझौतों और टैरिफ नीतियों में गतिरोध पैदा किया है, जिससे व्यापारिक संबंधों में तनाव आया है।