भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते का संकेत

ट्रंप का बड़ा बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को भारत के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते की संभावना का संकेत दिया। दोनों देशों के वार्ताकारों की एक टीम ने चार दिनों तक बंद कमरे में बातचीत की। व्हाइट हाउस में 'बिग ब्यूटीफुल इवेंट' के दौरान ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ उनका "बहुत बड़ा सौदा" होने वाला है।
व्यापार वार्ता में प्रगति
उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार समझौते की वार्ता में महत्वपूर्ण प्रगति की ओर इशारा किया। ट्रंप ने कहा, ‘‘हमारे पास कुछ बेहतरीन समझौते हैं। हम एक और बड़ा समझौता करने जा रहे हैं, संभवतः भारत के साथ। हम भारत के लिए नए रास्ते खोलने जा रहे हैं।’’
चीन के साथ व्यापार समझौता
राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि अमेरिका ने हाल ही में चीन के साथ एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, हालांकि उन्होंने इसके विवरण में कोई गहराई नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई एक समझौता करना चाहता है। कुछ महीने पहले मीडिया ने पूछा था कि क्या कोई ऐसा देश है जो इसमें रुचि रखता है? खैर, हमने कल ही चीन के साथ समझौता किया है।’’
भारत के साथ वार्ता का महत्व
ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब भारतीय दल, जिसका नेतृत्व राजेश अग्रवाल कर रहे हैं, अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता के अगले दौर के लिए वाशिंगटन पहुंचा। दोनों देश एक अंतरिम व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं और इसे नौ जुलाई से पहले अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिका के शुल्क रियायत की मांग
अमेरिका ने दो अप्रैल को घोषित उच्च शुल्क को नौ जुलाई तक के लिए निलंबित कर दिया है। भारत के लिए कृषि और दुग्ध क्षेत्र अमेरिका को शुल्क रियायतें देने के लिए चुनौतीपूर्ण हैं। भारत ने अब तक किसी भी मुक्त व्यापार समझौते में दुग्ध क्षेत्र को नहीं खोला है।
अमेरिका औद्योगिक वस्तुओं, इलेक्ट्रिक वाहनों, वाइन, पेट्रोरसायन उत्पादों, और कृषि उत्पादों पर शुल्क रियायत चाहता है। वहीं, भारत कपड़ा, रत्न एवं आभूषण, चमड़े के सामान, और अन्य श्रम-प्रधान क्षेत्रों के लिए शुल्क रियायत की मांग कर रहा है।