भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों में सुधार की उम्मीदें

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का नया दौर
पिछले तीन महीनों में भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में खटास आई थी, जब अमेरिका ने अगस्त में भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था।
US-India Deal Update: नई दिल्ली में 16 सितंबर को भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता का एक नया चरण शुरू हुआ। इस बैठक के बाद, दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने इसे सकारात्मक बताते हुए उत्साह व्यक्त किया। इसके साथ ही, यह भी संकेत दिया गया कि जल्द ही व्यापार समझौते पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। इस वार्ता ने यह सवाल उठाया है कि क्या भारत और अमेरिका के संबंध फिर से सामान्य हो सकते हैं और क्या अमेरिका भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ में छूट देगा।
रिश्तों में खटास का कारण
जून से पहले, भारत और अमेरिका के बीच संबंध सामान्य थे। अप्रैल में अमेरिका ने जिन देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, भारत को उससे बाहर रखा गया था। लेकिन जून में, जब भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध की स्थिति समाप्त हुई, तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने इस युद्ध को रोकने में मदद की। पाकिस्तान ने भी ट्रंप की बात का समर्थन करते हुए उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार देने की मांग की।
भारत ने इस बात से इनकार किया कि ट्रंप या किसी अन्य तीसरे पक्ष ने युद्ध रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस पर ट्रंप ने भारत पर भारी टैरिफ लगा दिए। इसके अलावा, ट्रंप ने भारत द्वारा रूस से तेल आयात को भी टैरिफ का एक कारण बताया।
व्यापार वार्ता में सहमति
16 सितंबर को भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में दोनों देशों ने जल्द ही एक समझौता करने पर जोर दिया। अधिकारियों ने माना कि ऐसा व्यापार समझौता होना चाहिए जिससे दोनों देशों को लाभ हो। हालांकि, अमेरिका ने भारतीय सामान पर उच्च टैरिफ लगा रखा है, जिस पर भारत ने आपत्ति जताई है। इस बैठक का उद्देश्य पहले से अटके व्यापार समझौते को फिर से शुरू करना था। भले ही इसे औपचारिक बातचीत का छठा दौर न माना जाए, लेकिन यह आगे की बातचीत की तैयारी जरूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने की बात की है।