भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर टेस्ट में ड्रॉ, बेन स्टोक्स की आलोचना

ENG vs IND 4th Test: ड्रॉ पर समाप्त हुआ मुकाबला
ENG vs IND 4th Test: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर टेस्ट का परिणाम ड्रॉ रहा, जो न केवल बल्लेबाजों की बेहतरीन पारियों के लिए याद किया जाएगा, बल्कि इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के व्यवहार के लिए भी। भारतीय बल्लेबाजों रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने स्टोक्स की खेल समाप्त करने की पेशकश को ठुकरा दिया, जिससे स्टोक्स नाराज हो गए। इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने स्टोक्स को 'बिगड़ैल बच्चा' कहा और उनकी आलोचना की।
मैनचेस्टर टेस्ट के अंतिम दिन के आखिरी घंटे में भारत 75 रनों की बढ़त पर था। क्रिकेट के नियमों के अनुसार, यदि दोनों टीमें मानती हैं कि जीत संभव नहीं है, तो वे अंतिम घंटे में ड्रॉ पर सहमत हो सकती हैं। बेन स्टोक्स ने अंपायरों से बात की और भारतीय बल्लेबाजों से खेल खत्म करने का प्रस्ताव रखा।
बेन स्टोक्स की स्लेजिंग
जडेजा और सुंदर के निर्णय से स्टोक्स असंतुष्ट हो गए। उन्होंने जडेजा से तीखी बातचीत की और तंज कसा कि क्या वे हैरी ब्रूक और बेन डकेट जैसे गेंदबाजों के खिलाफ शतक बनाना चाहते हैं। स्टोक्स ने अपने मुख्य गेंदबाजों को आराम देने के लिए ब्रूक और जो रूट जैसे पार्ट-टाइम गेंदबाजों को गेंद सौंपी। ब्रूक ने जानबूझकर हल्की गेंदबाजी की और फुलटॉस फेंके, जिन्हें जडेजा और सुंदर ने आसानी से रन में बदला।
जडेजा और सुंदर ने बनाए शतक
जडेजा ने 141वें ओवर में एक विशाल छक्का लगाकर अपना पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया। इसके बाद सुंदर ने भी अपना पहला टेस्ट शतक बनाया। अंततः, भारत ने 425/4 पर पारी घोषित की और ड्रॉ स्वीकार किया। इस शानदार बल्लेबाजी ने भारत को हार से बचाया और सीरीज को जीवित रखा।
मांजरेकर ने स्टोक्स की आलोचना की
पूर्व भारतीय बल्लेबाज और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने स्टोक्स के व्यवहार की कड़ी आलोचना की। जियोहॉटस्टार पर उन्होंने कहा, “बेन स्टोक्स ने अंत में एक बिगड़ैल बच्चे की तरह व्यवहार किया। जडेजा और सुंदर को अपने शतक पूरे करने का पूरा हक था। यदि इंग्लैंड के दो बल्लेबाज शतक के करीब होते, तो क्या वे खेल खत्म कर देते?”