भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौता: नए अवसरों की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी की ओमान यात्रा से व्यापार में नई उम्मीदें
भारत और ओमान आज एक महत्वपूर्ण मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में होगा। मोदी वर्तमान में तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में ओमान में हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समझौते के लागू होने के बाद अगले दो से तीन वर्षों में भारत और ओमान के बीच व्यापार दोगुना हो सकता है। यह समझौता भारत के लिए नए बाजारों के द्वार खोलेगा और ओमान को भी कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में लाभ पहुंचाएगा। भारत को ओमान के पेट्रोकेमिकल क्षेत्र से स्थिर आपूर्ति मिलने से ऊर्जा सुरक्षा में मजबूती आएगी, जबकि ओमान के लिए यह खाद्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में मददगार होगा।
भारत-ओमान के राजनयिक संबंधों का 70वां वर्ष
यह यात्रा भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हो रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के व्यापारिक और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करना है। इस दौरान व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी का ओमान में 23 घंटे का प्रवास
प्रधानमंत्री मोदी ने यात्रा से पहले कहा था कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य एफटीए है। यात्रा की अवधि भले ही कम हो, लेकिन इसका फोकस स्पष्ट है। मोदी ओमान में लगभग 23 घंटे बिताएंगे, जहां वे ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और वहां के भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे।
अल अंसारी ग्रुप के संस्थापक किरण आशेर ने कहा कि प्रधानमंत्री की यह यात्रा हर भारतीय के लिए उत्साहजनक है। लोग उन्हें देखने और उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। यह पहल दोनों देशों के बीच कारोबारी समन्वय को नई दिशा देगी।
