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भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच महत्वपूर्ण वार्ता

भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच हाल ही में हुई मुलाकात में तीन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। एस जयशंकर ने आपसी सम्मान, संवेदनशीलता और हितों को प्राथमिकता दी। वांग यी ने सीमा तनाव को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस वार्ता में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को भी एक प्रमुख मुद्दा बताया गया। पीएम मोदी अगले सप्ताह SEO शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन जाएंगे, जो दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत कर सकता है।
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भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच महत्वपूर्ण वार्ता

भारत दौरे पर चीन के विदेश मंत्री की मुलाकात

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस बातचीत में जयशंकर ने तीन महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा कि यदि चीन इन मुद्दों पर सहमत होता है, तो भारत और चीन के संबंधों में प्रगति संभव है।


जयशंकर के द्वारा उठाए गए मुद्दे

जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत के लिए आपसी सम्मान, संवेदनशीलता और हित सबसे महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने वांग यी और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हुए कहा कि यह वैश्विक परिस्थितियों और आपसी हितों पर चर्चा करने का सही समय है।


सीमा तनाव और आतंकवाद पर चर्चा

चीनी विदेश मंत्री ने सीमा पर तनाव को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन संबंधों में सुधार संभव है, बशर्ते दोनों पक्ष एक साथ आगे बढ़ें।


आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई

जयशंकर ने आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ लड़ाई को एक प्रमुख प्राथमिकता बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी बातचीत भारत और चीन के बीच स्थिर, सहयोगात्मक और दूरदर्शी संबंधों को स्थापित करने में मदद करेगी, जो दोनों देशों के हितों की पूर्ति करेगी।


ट्रंप की टैरिफ नीति से बढ़ते संबंध

यह ध्यान देने योग्य है कि प्रधानमंत्री मोदी अगले सप्ताह शंघाई सहयोग संगठन (SEO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन जाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कठोर टैरिफ नीति ने भारत और चीन के बीच संबंधों को और मजबूत किया है।