Newzfatafatlogo

भारत और पाकिस्तान में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव

हाल ही में भारत में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि हुई है, जबकि पाकिस्तान में कीमतों में कमी आई है। भारत में 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत 50 रुपये बढ़कर 853 रुपये हो गई है, जबकि उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों के लिए यह 553 रुपये हो गई है। दूसरी ओर, पाकिस्तान में 11.8 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत में 54.6 रुपये की कटौती की गई है। जानें इन बदलावों का आम जनता पर क्या असर पड़ेगा और सरकार की योजनाएं क्या हैं।
 | 
भारत और पाकिस्तान में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव

गैस सिलेंडर की कीमतों में हालिया परिवर्तन

एलपीजी गैस सिलेंडर: भारत और पाकिस्तान में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव: हाल ही में, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों को लेकर भारत और उसके पड़ोसी देश पाकिस्तान में चर्चा तेज हो गई है। भारत में 14.2 किलोग्राम के घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में अप्रैल 2025 में 50 रुपये की वृद्धि हुई है।


अब सामान्य उपभोक्ताओं के लिए यह कीमत 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो गई है, जबकि उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सिलेंडर की कीमत 503 रुपये से बढ़कर 553 रुपये हो गई है। यह बदलाव घरेलू बजट पर प्रभाव डाल सकता है, विशेषकर उन परिवारों पर जो रसोई गैस पर निर्भर हैं। हालांकि, सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत सब्सिडी के माध्यम से गरीब परिवारों को राहत देने का प्रयास किया है, ताकि उनके रसोई खर्च पर कम असर पड़े।एलपीजी गैस सिलेंडर


दूसरी ओर, पाकिस्तान से राहत की खबर आई है। वहां की सरकार ने 11.8 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 54.6 रुपये (पाकिस्तानी मुद्रा में) की कमी की घोषणा की है।


इस कटौती के बाद सिलेंडर की कीमत 2,892.53 रुपये से घटकर 2,838.31 रुपये हो गई है, जो सितंबर 2025 तक लागू रहेगी। यह कदम पाकिस्तान में आम जनता के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि यह उनके दैनिक खर्च को कम करने में मदद करेगा।


भारत में कीमतों में वृद्धि के बावजूद, उज्ज्वला योजना के तहत लाखों परिवारों को सस्ते दामों पर गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह योजना गरीब और ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ ईंधन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।


विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में एलपीजी की कीमतें वैश्विक तेल बाजार और उत्पादन लागत पर निर्भर करती हैं, जिसके कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। हालांकि, भारत में अभी 55 रुपये की कटौती जैसी कोई खबर की पुष्टि नहीं हुई है, जैसा कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया।


पाकिस्तान में कीमतों में कमी से वहां के नागरिकों को राहत मिली है, लेकिन भारत में उपभोक्ताओं को अभी ऐसी किसी कटौती का इंतजार है।


सरकार द्वारा समय-समय पर सब्सिडी और अन्य योजनाओं के जरिए राहत देने की कोशिश की जाती है, लेकिन बढ़ती कीमतें मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लिए चुनौती बनी हुई हैं। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि उपभोक्ता गैस का उपयोग समझदारी से करें और सब्सिडी योजनाओं का लाभ उठाएं ताकि रसोई का खर्च नियंत्रित रहे।


यह बदलाव दोनों देशों में गैस उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है। जहां पाकिस्तान में कीमतों में कमी से लोग खुश हैं, वहीं भारत में उपभोक्ता सरकार से राहत की उम्मीद कर रहे हैं। भविष्य में वैश्विक तेल बाजार की स्थिति और सरकारी नीतियां इस क्षेत्र में और बदलाव ला सकती हैं।