भारत और रूस पर ट्रंप की तेल खरीद पर कर लगाने की धमकी का कड़ा जवाब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस से तेल खरीद पर भारी कर लगाने की चेतावनी दी है, जिसके बाद दोनों देशों ने अमेरिका को कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रूस ने कहा है कि व्यापार पर इस तरह का दबाव डालना अवैध है। भारत ने भी स्पष्ट किया है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा और किसी के दबाव में नहीं आएगा। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और दोनों देशों की प्रतिक्रियाएँ।
Aug 5, 2025, 18:06 IST
| ट्रंप की चेतावनी और रूस का प्रतिरोध
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस से तेल खरीद पर भारी कर लगाने की चेतावनी दी है। इस बयान के बाद, भारत और रूस ने अमेरिका को कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रूस ने मंगलवार को ट्रंप की धमकी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, "दूसरे देशों को रूस के साथ व्यापार करने से रोकना अवैध है।" उन्होंने यह भी कहा कि हर देश को अपने व्यापार के निर्णय लेने का अधिकार है और इस तरह का दबाव डालना 'धमकी' के समान है। यह बयान ट्रंप की चेतावनी के एक दिन बाद आया है। अमेरिका ने पहले भारत को चेतावनी दी थी कि यदि उसने रूस से तेल खरीदा, तो उस पर कर बढ़ा दिए जाएंगे। इसके बाद भारत ने भी अमेरिका को जवाब दिया।सोमवार रात, ट्रंप ने भारत को करों के संबंध में चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि भारत न केवल रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि उसे खुले बाजार में बेचकर मुनाफा भी कमा रहा है। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत को इस बात की परवाह नहीं है कि रूसी सेना यूक्रेन में कितने लोगों की जान ले रही है। इसलिए, उन्होंने भारत पर भारी टैरिफ लगाने की योजना बनाई।
भारत ने ट्रंप की चेतावनी के बाद प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत को इस तरह निशाना बनाना गलत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत एक बड़ी अर्थव्यवस्था है और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। भारत ने यह भी कहा कि वह अपने निर्णय खुद करेगा और किसी के दबाव में नहीं आएगा।