भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का संदेश

स्वतंत्रता दिवस का उत्सव
भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली में किसानों के साथ संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
किसानों के हित में संदेश
शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण की शुरुआत 'भारत माता की जय, जय जवान, जय किसान' के नारे से की और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, "आजादी हमें चांदी की थाली में नहीं मिली, इसके लिए हजारों लोगों ने बलिदान दिया।"
स्वदेशी उत्पादों का महत्व
केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी उत्पादों को अपनाने के संदेश को दोहराते हुए कहा, "विदेशी सामान हमारे पैसे को बाहर ले जाते हैं। पहले गांवों में बने उत्पादों का उपयोग होता था। दीपावली हमारे देवी-देवताओं की है, फिर भी हम विदेशी सामान क्यों अपनाते हैं?" उन्होंने देशवासियों से स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की।
किसानों की सुरक्षा
चौहान ने किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हित को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि आज का भारत झुकेगा नहीं, बल्कि आंख में आंख डालकर जवाब देगा।
अंतरराष्ट्रीय समझौतों का प्रभाव
उन्होंने अमेरिका और ब्रिटेन के साथ हुए समझौतों का उल्लेख करते हुए कहा, "ब्रिटेन के साथ समझौता भारतीय किसानों को लाभ पहुंचाएगा, जिससे उनकी उपज बिना शुल्क के इंग्लैंड पहुंचेगी।" हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि विदेशी सस्ते उत्पाद जैसे सोयाबीन या गेहूं भारतीय बाजारों में आए, तो यह किसानों के लिए हानिकारक होगा।
कृषि में आत्मनिर्भरता
चौहान ने पीएम मोदी के प्राकृतिक खेती मिशन का समर्थन करते हुए कहा कि भारत को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना होगा। उन्होंने देशवासियों से स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया ताकि भारत आर्थिक गुलामी से मुक्त हो सके।
प्रधानमंत्री का संबोधन
भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की ताकत पर जोर दिया और उत्पादन क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए 'दाम कम, दम ज्यादा' का मूल मंत्र दिया।