भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700 अरब डॉलर के पार, लगातार बढ़ रहा है

विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का सिलसिला
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है
हाल के वैश्विक परिवर्तनों और अमेरिका द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों के बावजूद, भारत की अर्थव्यवस्था सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। इस दौरान, देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी मजबूत होता जा रहा है। पिछले सप्ताह, यह 700 अरब डॉलर के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर गया।
यह लगातार तीसरा सप्ताह है जब भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि देखी गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह में इसमें 4.7 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई। इससे पहले, 5 सितंबर को समाप्त सप्ताह में भी 4.03 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी।
सितंबर 2024 में उच्चतम स्तर पर पहुंचा
आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 12 सितंबर 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4.698 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। इससे पहले के सप्ताह में भी 4.038 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी, जिससे कुल भंडार 702.966 अरब डॉलर हो गया है। उल्लेखनीय है कि 27 सितंबर 2024 को यह भंडार 704.885 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुंचा था।
पिछले दो सप्ताह में वृद्धि का विवरण
पिछले सप्ताह आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि हुई थी। 5 सितंबर को समाप्त सप्ताह में, यह 4.038 अरब डॉलर बढ़कर 698.268 अरब डॉलर हो गया था। इससे पहले के सप्ताह में, भंडार 3.51 अरब डॉलर बढ़कर 694.23 अरब डॉलर हो गया था।
ताजा आंकड़ों के अनुसार, 5 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 540 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 584.477 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गईं। डॉलर के संदर्भ में व्यक्त विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों की मूल्यवृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल होता है। इस दौरान, स्वर्ण भंडार भी 3.53 अरब डॉलर बढ़कर 90.299 अरब डॉलर हो गया।