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भारत की आर्थिक प्रगति: अठावले का 2047 का विज़न

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इंडिया न्यूज़ मंच पर भारत की आर्थिक प्रगति और भविष्य के लक्ष्यों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। अठावले ने 2047 तक भारत को नंबर-1 बनाने का संकल्प लिया है। जानें उनके विचार और सरकार की योजनाओं के बारे में।
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भारत की आर्थिक प्रगति: अठावले का 2047 का विज़न

भारत की आर्थिक प्रगति पर केंद्रीय मंत्री का दृष्टिकोण


भारत की आर्थिक प्रगति: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इंडिया न्यूज़ मंच पर भारत की आर्थिक स्थिति और राजनीतिक भविष्य पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए सरकार के पक्ष को तथ्यों के साथ प्रस्तुत किया।


विपक्ष की आलोचना का जवाब

अठावले ने विपक्ष की आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा, "लोकतंत्र में सरकार की आलोचना करना सभी का अधिकार है, लेकिन अच्छे कार्यों की सराहना भी होनी चाहिए। जैसे महिला आरक्षण बिल पर सभी पार्टियों ने एकजुटता दिखाई, वैसे ही विकास के मुद्दों पर भी एकजुट होना चाहिए।"


आर्थिक लक्ष्य: 10 से 3 तक

उन्होंने यूपीए और एनडीए सरकारों के कार्यकाल की तुलना करते हुए कहा कि यूपीए के समय भारत की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान पर थी। पिछले 10 वर्षों में भारत ने तेजी से प्रगति की है और अब यह चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। उन्होंने विश्वास जताया कि अगले एक वर्ष में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।


2047 तक नंबर-1 बनने का संकल्प

अठावले ने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि 2047 में जब देश आजादी की शताब्दी मनाएगा, तब भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में पहले स्थान पर होगी। हमें पूरा विश्वास है कि हम अमेरिका को पीछे छोड़ सकते हैं।"


राजनीतिक समीकरणों पर टिप्पणी

उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि जब तक वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं, तब तक विपक्ष के लिए राह आसान नहीं होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को न्याय दिलाना है।


मुख्य बिंदु


  • भारत की अर्थव्यवस्था जल्द ही तीसरे स्थान पर होगी।

  • विपक्ष को सकारात्मक कार्यों का समर्थन करना चाहिए।

  • 2047 तक भारत को विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनाना सरकार का लक्ष्य है।