Newzfatafatlogo

भारत की ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान की नाकाम कोशिशों का सामना

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान की नाकाम कोशिशों का सामना किया। इस दौरान बीएसएफ ने विशेष हथियारों का प्रदर्शन किया और कई पाकिस्तानी चौकियों को ध्वस्त किया। जानें इस ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए हथियारों और उनकी विशेषताओं के बारे में। यह लेख भारत की सैन्य ताकत और आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाए गए कदमों को उजागर करता है।
 | 
भारत की ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान की नाकाम कोशिशों का सामना

पाकिस्तान की हताशा और भारत की मजबूती

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की निर्णायक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में हताशा का माहौल बन गया। बदले की भावना से प्रेरित होकर, पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयास विफल रहा। 8 से 10 मई के बीच, पाकिस्तान ने 413 ड्रोन और 860 मिसाइलों के माध्यम से हमले की योजना बनाई, लेकिन भारतीय सेना ने अपनी सतर्कता से सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया। इस जवाबी कार्रवाई में सीमा सुरक्षा बल (BSF) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


विशेष हथियार प्रदर्शनी का आयोजन

27 मई को जम्मू में बीएसएफ के फ्रंटियर हेडक्वार्टर्स में एक विशेष हथियार प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर में उपयोग किए गए हथियारों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी में विध्वंसक एंटी-मटेरियल राइफल, ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर, 12.7 मिमी एंटी-एयरक्राफ्ट गन और मीडियम मशीन गन जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को दिखाया गया।


पाकिस्तानी चौकियों का ध्वंस

बीएसएफ ने जानकारी दी कि इन हथियारों की सहायता से जम्मू और पंजाब सेक्टर में 76 पाकिस्तानी चौकियों, 44 फॉरवर्ड डिफेंस लोकेशन और तीन आतंकी लॉन्च पैड को नष्ट कर दिया गया। सियालकोट और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी रेंजर्स को अपनी चौकियों को छोड़कर भागना पड़ा।


विध्वंसक राइफल की विशेषताएं

स्वदेशी रूप से विकसित विध्वंसक राइफल ने इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसकी मारक क्षमता 1300 से 1800 मीटर तक है, और यह बंकर, टावर, अवलोकन चौकी और हल्के बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने में सक्षम है। इसमें 14.5 मिमी और 20 मिमी गोला-बारूद का उपयोग किया जा सकता है, और इसकी मैग्जीन में तीन राउंड होते हैं।


ऑपरेशन सिंदूर में राइफल का उपयोग

बीएसएफ अधिकारी राकेश कौशिक के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीन जवानों की टीम ने इस राइफल का संचालन किया और कई पाकिस्तानी चौकियों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। यह राइफल एक मिनट में 650 से 1000 राउंड फायर कर सकती है।


मेक इन इंडिया का प्रतीक

विध्वंसक पूरी तरह से स्वदेशी हथियार है, जिसे ARDE और ऑर्डनेंस फैक्ट्री तिरुचिरापल्ली ने मिलकर विकसित किया है। 2024 में बीएसएफ ने इसकी 40 राइफल्स का ऑर्डर भी दिया था। यह भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।