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भारत की टी20 टीम में नए बदलाव: शुभमन गिल की जगह ईशान किशन और रिंकू सिंह की वापसी

भारत की टी20 क्रिकेट रणनीति में हाल ही में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। चयन समिति ने आगामी टी20 विश्व कप 2026 और न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रस्तावित श्रृंखला के लिए 15 खिलाड़ियों की टीम की घोषणा की है। इस चयन में शुभमन गिल को बाहर रखा गया है, जबकि ईशान किशन और रिंकू सिंह को टीम में शामिल किया गया है। जानें इस चयन के पीछे की रणनीति और कप्तान सूर्यकुमार यादव की योजना के बारे में।
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भारत की टी20 टीम में नए बदलाव: शुभमन गिल की जगह ईशान किशन और रिंकू सिंह की वापसी

टी20 क्रिकेट में नई रणनीति

भारत की टी20 क्रिकेट योजना में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिला है। अजीत आगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने टी20 विश्व कप 2026 और न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रस्तावित पांच मैचों की टी20 श्रृंखला के लिए 15 खिलाड़ियों की भारतीय टीम की घोषणा की है। इस चयन में सबसे अधिक चर्चा शुभमन गिल को टीम से बाहर रखने और ईशान किशन तथा रिंकू सिंह की वापसी को लेकर हो रही है।


टीम चयन का उद्देश्य

यह टीम चयन आगामी टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जो 2026 में आयोजित होगा। चयन का मुख्य उद्देश्य टीम को ऐसा संतुलन प्रदान करना है जो पावरप्ले में बढ़त दिला सके और मध्यक्रम में स्थिरता बनाए रख सके। इसी कारण गिल को इस चरण में जगह नहीं दी गई।


गिल की अनुपस्थिति का कारण

चयन समिति के अध्यक्ष अजीत आगरकर ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय फॉर्म के आधार पर नहीं, बल्कि टीम कॉम्बिनेशन को ध्यान में रखकर लिया गया है। हाल के टी20 मैचों में गिल ओपनिंग करते हुए बड़ी पारियां नहीं खेल पाए, जिससे टीम को तेज शुरुआत नहीं मिल पाई।


विश्लेषकों का मानना है कि आधुनिक टी20 क्रिकेट में ओपनर से 6 से 7 रन प्रति ओवर की निरंतर शुरुआत की अपेक्षा होती है। पिछले एक साल में भारत ने जिन मैचों में पावरप्ले में 50 से अधिक रन बनाए, उनमें जीत का प्रतिशत 70 से ऊपर रहा है। इसी कारण चयनकर्ताओं ने आक्रामक विकल्पों को प्राथमिकता दी।


ईशान किशन की वापसी

ईशान किशन की वापसी केवल विकेटकीपिंग के लिए नहीं है। टीम प्रबंधन एक ऐसे विकेटकीपर की तलाश में था जो टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी कर सके। किशन का स्ट्राइक रेट और बाएं हाथ का विकल्प पावरप्ले में गेंदबाजों पर दबाव बनाने में सहायक हो सकता है।


पूर्व चयनकर्ताओं और विशेषज्ञों के अनुसार, बाएं हाथ के बल्लेबाजों की उपस्थिति से विपक्षी गेंदबाजों की लाइन और लेंथ प्रभावित होती है, जिससे रन बनाने के अवसर बढ़ते हैं।


कप्तान की रणनीति

कप्तान सूर्यकुमार यादव ने बताया कि टीम में कुछ बल्लेबाजी पोजीशन पहले से निर्धारित की गई हैं। उन्होंने कहा कि तिलक वर्मा नंबर चार पर बल्लेबाजी करेंगे, जबकि हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे क्रमशः पांच और छह नंबर पर उतरेंगे।


इस संरचना का उद्देश्य पावरप्ले में बढ़त लेकर मध्य ओवरों में रन गति बनाए रखना और अंत में बड़े शॉट्स खेलना है।


रिंकू सिंह की भूमिका

रिंकू सिंह ने सीमित अवसरों के बावजूद फिनिशर के रूप में अपनी उपयोगिता साबित की है। डेथ ओवर्स में उनका शांत रवैया और स्ट्राइक रोटेशन टीम को मजबूती प्रदान करता है। चयनकर्ताओं ने उनकी इसी भूमिका को ध्यान में रखते हुए उन्हें फिर से टीम में शामिल किया है।


भारतीय टीम की घोषणा

भारतीय टीम (15 सदस्य): सूर्यकुमार यादव, अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), तिलक वर्मा, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल (उपकप्तान), शिवम दुबे, रिंकू सिंह, जसप्रीत बुमराह, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती, वॉशिंगटन सुंदर, ईशान किशन (विकेटकीपर)।


चयन का महत्व

यह चयन स्पष्ट संकेत देता है कि भारतीय टीम अब परिणाम आधारित और भूमिका केंद्रित चयन नीति पर आगे बढ़ रही है। बड़े नामों की तुलना में टीम संतुलन और मैच की आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी जा रही है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह रणनीति भारत को आईसीसी ट्रॉफी की ओर कितनी मजबूती से ले जाती है।