भारत की पहली डिजिटल जनगणना: जाति आधारित डेटा संग्रह की तैयारी शुरू
नई दिल्ली में ऐतिहासिक कदम
नई दिल्ली: भारत अपने पहले डिजिटल और जाति आधारित जनगणना की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहा है। 2027 के पहले चरण का प्री-टेस्ट आज से शुरू हो गया है। इस प्रक्रिया में गणनाकर्मी (एन्यूमरेटर) चयनित क्षेत्रों में जाकर नागरिकों से जानकारी इकट्ठा करेंगे और उन्हें ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपने विवरण भरने में सहायता करेंगे। अधिकारियों के अनुसार, यह परीक्षण स्व-गणना मॉड्यूल की उपयोगिता और प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए किया जा रहा है।
डिजिटल जनगणना की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति
यह जनगणना पूरी तरह से डिजिटल होगी, जिसमें नागरिक स्वयं पोर्टल या मोबाइल ऐप के जरिए अपनी जानकारी दर्ज कर सकेंगे। इसके अलावा, स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार जाति आधारित गणना भी की जाएगी, जो सामाजिक-आर्थिक नीतियों के लिए महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्व-गणना पोर्टल और मोबाइल ऐप का परीक्षण दो चरणों में किया जाएगा: 1 से 10 नवंबर और 10 से 30 नवंबर तक। इन पोर्टल्स के लिंक सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे ताकि परीक्षण तकनीकी और उपयोगिता स्तर पर नियंत्रित वातावरण में किया जा सके।
घर-घर जाकर जानकारी एकत्र की जाएगी
इस परीक्षण चरण में घर से संबंधित लगभग 30 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
1. भवन संख्या और प्रकार
2. छत और फर्श की सामग्री
3. परिवार प्रमुख का नाम, आयु और लिंग
4. घर में रहने वाले सदस्यों की संख्या
5. पेयजल का स्रोत, बिजली की उपलब्धता और शौचालय की व्यवस्था
6. खाना पकाने में उपयोग होने वाला ईंधन
7. घर में टीवी, मोबाइल, कंप्यूटर या वाहन की स्थिति
यह डेटा न केवल जनगणना की तैयारी के लिए उपयोग होगा, बल्कि नागरिकों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का आकलन करने में भी सहायक बनेगा।
परीक्षण की प्रक्रिया
रजिस्ट्रार जनरल एवं जनगणना आयुक्त कार्यालय ने 16 अक्टूबर को इस प्री-टेस्ट की रूपरेखा जारी की थी।
1 से 7 नवंबर: नागरिकों को स्व-गणना की सुविधा उपलब्ध होगी, जिसमें वे स्वयं ऑनलाइन प्रश्नावली भर सकेंगे।
10 से 30 नवंबर: एन्यूमरेटर चयनित घरों का दौरा कर शेष जानकारी मोबाइल ऐप पर दर्ज करेंगे।
दोनों मॉड्यूल्स को एक जनगणना प्रबंधन एवं निगरानी प्रणाली से जोड़ा गया है, जिससे डेटा की सटीकता और रीयल-टाइम निगरानी सुनिश्चित होगी।
2027 में जनगणना का आयोजन
कोविड-19 महामारी के कारण जनगणना 2021 को स्थगित कर दिया गया था। अब इसे जनगणना 2027 के रूप में आयोजित किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, अंतिम गिनती 1 अप्रैल 2026 से 28 फरवरी 2027 के बीच पूरी की जाएगी।
पिछली जनगणना के साथ राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को भी अपडेट किया गया था, लेकिन सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस बार NPR को अद्यतन नहीं किया जाएगा। NPR का अंतिम संशोधन वर्ष 2015-16 में किया गया था।
जाति आधारित प्रश्नों की रूपरेखा
सूत्रों के अनुसार, जाति आधारित प्रश्नों का प्रारूप अभी अंतिम रूप में तय नहीं हुआ है, इसलिए फिलहाल केवल हाउस लिस्टिंग एंड हाउसिंग ऑपरेशन (HLO) चरण का परीक्षण किया जा रहा है। 2019 में प्रस्तावित जनगणना 2021 के लिए ऐसा ही परीक्षण 76 जिलों में 26 लाख लोगों को शामिल कर किया गया था।
