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भारत की पहली हाई-स्पीड रात की ट्रेन: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की शुरुआत

भारत की पहली हाई-स्पीड रात की ट्रेन, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, सितंबर 2025 से शुरू होने जा रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी घोषणा की है, जिसमें 1,128 यात्रियों की क्षमता और आधुनिक सुविधाएं होंगी। यह ट्रेन रीवा-पुणे, भावनगर टर्मिनस-अयोध्या कैंट और जबलपुर-रायपुर जैसे रूटों पर चलेगी। किराया मध्यम वर्ग के बजट में होगा, जिससे यह आम लोगों के लिए सुलभ होगी। जानें इस नई सेवा के बारे में और अधिक जानकारी।
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भारत की पहली हाई-स्पीड रात की ट्रेन: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की शुरुआत

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन: एक नई शुरुआत

भारत की पहली हाई-स्पीड रात की ट्रेन: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की शुरुआत सितंबर 2025 से: भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुजरात के भावनगर में एक कार्यक्रम के दौरान इसकी घोषणा की।


यह ट्रेन (Vande Bharat EMU Train) अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित होगी और इसमें 16 आधुनिक कोच शामिल होंगे। यात्रियों को एसी फर्स्ट क्लास, एसी 2 टियर और एसी 3 टियर की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसकी अधिकतम गति 180 किमी/घंटा होगी, जो पारंपरिक रात की ट्रेनों की तुलना में काफी तेज है।


1,128 यात्रियों की क्षमता के साथ वंदे भारत स्लीपर ट्रेन


इस ट्रेन की सबसे बड़ी विशेषता इसकी क्षमता है। (Vande Bharat Sleeper Capacity) के अनुसार, इसमें एक बार में 1,128 यात्री यात्रा कर सकते हैं। यह ट्रेन विशेष रूप से रातभर की लंबी दूरी की यात्रा के लिए डिज़ाइन की गई है।


संभावित रूटों में (Vande Bharat Train Route) रीवा-पुणे, भावनगर टर्मिनस-अयोध्या कैंट और जबलपुर-रायपुर शामिल हैं। नई दिल्ली से हावड़ा, मुंबई, पुणे और सिकंदराबाद के लिए भी सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। यह ट्रेन त्योहारों के मौसम में यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।


किराया और सुविधाएं: मध्यम वर्ग के लिए अनुकूल


(वंदे भारत स्लीपर किराया) के बारे में उम्मीद की जा रही है कि यह आम लोगों की पहुंच में होगा। रेलवे ने संकेत दिए हैं कि किराया सुविधाओं के अनुसार निर्धारित किया जाएगा, लेकिन यह मध्यम वर्ग के बजट में समाहित होगा।


ट्रेन में आधुनिक सुविधाएं जैसे बायो टॉयलेट, चार्जिंग पॉइंट, आरामदायक सीटें और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध होगी। यह सेवा (Vande Bharat Railway Modernization) की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।