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भारत की युवा अंतरिक्ष यात्री जाह्नवी डांगेती का अनोखा अंतरिक्ष मिशन

आंध्र प्रदेश की 23 वर्षीय जाह्नवी डांगेती को टाइटन्स स्पेस द्वारा EarthLoop Orbital Cruise मिशन के लिए चुना गया है। यह मिशन 2029 में शुरू होगा और जाह्नवी भारत की सबसे कम उम्र की अंतरिक्ष यात्री बनेंगी। इस मिशन में एक विशेष स्पेसप्लेन का उपयोग किया जाएगा, जो सामान्य उड़ान की तरह अंतरिक्ष में जाएगा। जानें इस अनोखे मिशन की विशेषताएँ और जाह्नवी की यात्रा के बारे में।
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भारत की युवा अंतरिक्ष यात्री जाह्नवी डांगेती का अनोखा अंतरिक्ष मिशन

EarthLoop Orbital Cruise मिशन क्या है?

EarthLoop Orbital Cruise Mission की जानकारी: हाल ही में भारत के शुभांशु शुक्ला ने NASA के Axiom-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी। इसी बीच, आंध्र प्रदेश की जाह्नवी डांगेती ने भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। वह जल्द ही अंतरिक्ष यात्रा पर जाने वाली हैं, और यह यात्रा उन्हें भारत की सबसे कम उम्र की अंतरिक्ष यात्री बना देगी। 23 वर्षीय जाह्नवी को टाइटन्स स्पेस नामक कंपनी ने एक विशेष अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना है, जो 2029 में शुरू होगा।


EarthLoop Orbital Cruise मिशन की विशेषताएँ

विशाखापट्टनम की निवासी जाह्नवी डांगेती को टाइटन्स स्पेस द्वारा EarthLoop Orbital Cruise मिशन के लिए चयनित किया गया है। इस मिशन के दौरान, जाह्नवी एक वास्तविक अंतरिक्ष यात्री की तरह पृथ्वी की कक्षा में जाकर पूरे ब्रह्मांड का अवलोकन करेंगी। टाइटन्स स्पेस का यह मिशन अन्य अंतरिक्ष अभियानों से भिन्न है, क्योंकि इसका अंतरिक्ष यान रॉकेट के बजाय एक विमान की तरह उड़ान भरेगा। इसके अलावा, इस स्पेसक्राफ्ट में कोई स्टेज अलग नहीं होगा और न ही कोई शोर होगा। यह सब कुछ एक विज्ञान कथा फिल्म की तरह प्रतीत होता है, लेकिन यह सच है। भारत के लिए गर्व की बात है कि जाह्नवी को इस मिशन के लिए चुना गया है।


मिशन की विशेषताएँ

वर्तमान में, टाइटन्स स्पेस के EarthLoop Orbital Cruise मिशन की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। इस मिशन का उद्देश्य सामान्य उड़ान के माध्यम से लोगों को अंतरिक्ष यात्रा का अनुभव कराना है। इसके लिए कंपनी ने एक विशेष स्पेसप्लेन, जिसका नाम Titans Genesis है, तैयार किया है। यह स्पेसप्लेन सामान्य उड़ान की तरह रनवे से उड़ान भरेगा और अंतरिक्ष में पहुंचेगा, जहां यात्री पृथ्वी को गोल घूमते हुए देख सकेंगे। इसके साथ ही, यात्रियों को जीरो ग्रैविटी का अनुभव भी होगा।