भारत की सतत विकास रिपोर्ट में 100 देशों में स्थान, लेकिन चुनौतियां बनी हुई हैं

भारत की सतत विकास रिपोर्ट में प्रगति
भारत ने सतत विकास रिपोर्ट (SDR) में पहली बार शीर्ष 100 देशों में अपनी जगह बनाई है। यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र के तहत सतत विकास समाधान नेटवर्क (SDSN) द्वारा 2016 से प्रकाशित की जा रही है। 2016 में भारत 157 देशों में 110वें स्थान पर था, जबकि इस वर्ष 167 देशों के बीच भारत 99वें स्थान पर पहुंच गया है, जो बेहतर मेट्रिक्स और विस्तृत तुलना को दर्शाता है। हालांकि, इस उपलब्धि के बावजूद, सुधार की दिशा में और प्रयासों की आवश्यकता है।
गरीबी उन्मूलन में प्रगति
गरीबी उन्मूलन में प्रगति
सतत विकास लक्ष्य (SDG 1) के तहत भारत ने गरीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण प्रगति की है। विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 2012 में 22% थी गरीबी, जो 2023 तक घटकर 12% हो गई है। हालांकि, 2018 के बाद उपभोग व्यय डेटा की कमी और रंगराजन रेखा (ग्रामीण क्षेत्रों में ₹33/दिन, शहरी क्षेत्रों में ₹47/दिन) के अद्यतन न होने के कारण विवाद बना हुआ है।
भूखमुक्त भारत: चुनौतियां बरकरार
भूखमुक्त भारत: चुनौतियां बरकरार
एसडीजी 2 (शून्य भूख) के तहत भारत को अभी भी लंबा रास्ता तय करना है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-5, 2019-21) के अनुसार, 35.5% भारतीय बच्चे स्टंटिंग (कम ऊंचाई) से प्रभावित हैं, जो एनएफएचएस-4 (38.4%) से थोड़ा बेहतर है। वेस्टिंग (कम वजन) 21.0% से घटकर 19.3% हुआ है। वहीं, 15-49 आयु वर्ग में मोटापा 2006 से 2021 तक दोगुना हो गया, जो विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में देखा गया है।
बिजली और बुनियादी ढांचे में सुधार
बिजली और बुनियादी ढांचे में सुधार
एसडीजी 7 के तहत भारत ने लगभग सभी घरों में बिजली पहुंचा दी है, लेकिन बिजली की गुणवत्ता और अवधि में क्षेत्रीय असमानताएं बनी हुई हैं। भारत सौर और पवन ऊर्जा में विश्व का चौथा सबसे बड़ा देश है। एसडीजी 9 (बुनियादी ढांचा) में यूपीआई और मोबाइल प्रसार से प्रगति हुई है, लेकिन ग्रामीण-शहरी डिजिटल खाई को पाटना अभी बाकी है।
शासन और स्वतंत्रता में कमी
शासन और स्वतंत्रता में कमी
एसडीजी 16 (शासन, कानून का शासन, प्रेस स्वतंत्रता) में भारत का प्रदर्शन कमजोर रहा है। मजबूत और स्वतंत्र संस्थानों की कमी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।