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भारत के उपराष्ट्रपति का इस्तीफा: किठाना गांव में भावनात्मक हलचल

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने दिल्ली के साथ-साथ उनके पैतृक गांव किठाना में भी गहरी भावनात्मक हलचल पैदा कर दी है। गांववाले, जिन्होंने धनखड़ को एक युवा किसान के बेटे के रूप में देखा था, अब उनके स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे पर शोक मना रहे हैं। जानें गांववालों की प्रतिक्रियाएं और उनकी उम्मीदें कि धनखड़ भविष्य में और ऊंचे पदों पर देश की सेवा करेंगे।
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किठाना गांव में उपराष्ट्रपति के इस्तीफे का असर

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने न केवल दिल्ली की राजनीतिक हलचल को बढ़ाया है, बल्कि उनके पैतृक गांव किठाना में भी गहरी भावनात्मक प्रतिक्रिया उत्पन्न की है। यह गांव, जो धनखड़ की जड़ों से जुड़ा है, उनके इस्तीफे की खबर से शोक में डूब गया है।


जैसे ही सोमवार रात को धनखड़ के इस्तीफे की सूचना गांव में फैली, वहां के निवासियों में हलचल मच गई। गांववाले, जिन्होंने एक युवा किसान के बेटे को देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर पहुंचते देखा था, अब उसी व्यक्ति को स्वास्थ्य कारणों से पीछे हटते देख रहे हैं।


गांव के निवासी हरेंद्र धनखड़ ने बताया कि उपराष्ट्रपति की तबीयत पिछले कुछ महीनों से ठीक नहीं रही। मार्च में एंजियोप्लास्टी के बाद उत्तराखंड यात्रा के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने की खबरों ने चिंता को और बढ़ा दिया था। उन्होंने कहा, "हमने सोचा था कि वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे, लेकिन स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा मुद्दा बन गया।"


स्थानीय निवासी नरेश ने कहा कि जब उन्होंने व्हाट्सऐप पर इस्तीफे की जानकारी देखी, तो पूरा गांव स्तब्ध रह गया। "यह सिर्फ एक व्यक्ति का इस्तीफा नहीं था, बल्कि गांव के गर्व और सपनों को झटका था।" मंगलवार सुबह गांव के बालाजी मंदिर में विशेष पूजा आयोजित की गई, जिसमें धनखड़ की सेहत के लिए प्रार्थना की गई।


सरपंच सुभिता धनखड़ ने भावुक होते हुए कहा, "उनकी उपलब्धियों ने हमें सिखाया कि एक किसान का बेटा भी देश की उच्चतम व्यवस्थाओं तक पहुंच सकता है। हम अब भी आशा करते हैं कि वह और ऊंचे पदों पर देश की सेवा करें।"


धनखड़ ने सोमवार रात राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की जानकारी दी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि चिकित्सकीय सलाह के कारण उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने भारत के संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने की बात कही।