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भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग में सुधार, अब 59 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा

भारतीय पासपोर्ट की ताकत में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, जिससे इसकी रैंकिंग 85वें से 77वें स्थान पर पहुंच गई है। अब भारतीय नागरिक 59 देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं। सिंगापुर ने शीर्ष स्थान बनाए रखा है, जबकि अमेरिका और ब्रिटेन की रैंकिंग में गिरावट जारी है। यह सुधार भारत की बढ़ती राजनयिक पहुंच को दर्शाता है। जानें इस विषय में और क्या खास है।
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भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग में सुधार, अब 59 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा

भारतीय पासपोर्ट की नई रैंकिंग

नई दिल्ली: भारतीय पासपोर्ट की ताकत में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। जुलाई 2025 के लिए जारी हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारत ने जनवरी की तुलना में 8 स्थानों की उन्नति की है। इस सुधार के साथ, भारत की रैंकिंग 85वें से बढ़कर 77वें स्थान पर पहुंच गई है। अब भारतीय पासपोर्ट धारक 59 देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं।


वैश्विक रैंकिंग में सिंगापुर का दबदबा

वैश्विक स्तर पर, सिंगापुर ने फिर से अपनी स्थिति मजबूत करते हुए शीर्ष स्थान बनाए रखा है। सिंगापुर के पासपोर्ट धारक 227 गंतव्यों में से 193 में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। इस सूची में जापान और दक्षिण कोरिया संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं, जिनके नागरिक 190 देशों में बिना वीजा जा सकते हैं। यह रैंकिंग अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) के आंकड़ों पर आधारित है।


भारत की राजनयिक पहुंच में सुधार

नई रैंकिंग के अनुसार, भारत की वीजा-मुक्त पहुंच वाले देशों की सूची में केवल दो नए स्थान जोड़े गए हैं। फिर भी, यह सुधार भारत की बढ़ती राजनयिक पहुंच और विभिन्न देशों के साथ मजबूत द्विपक्षीय समझौतों का संकेत देता है। सऊदी अरब ने भी चार स्थानों की उन्नति करते हुए 54वें स्थान पर पहुंचकर 91 गंतव्यों तक पहुंच प्राप्त की है।


अमेरिका और ब्रिटेन की रैंकिंग में गिरावट

इस बीच, अमेरिका और ब्रिटेन की रैंकिंग में गिरावट जारी है। यूनाइटेड किंगडम (UK) अब छठे स्थान पर है, जो 186 देशों में वीजा-मुक्त पहुंच प्रदान करता है। वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) 182 गंतव्यों के साथ 10वें स्थान पर है। पिछले एक दशक में इन दोनों देशों की रैंकिंग में लगातार गिरावट आई है, और यह संभावना है कि अमेरिका जल्द ही टॉप-10 से बाहर हो सकता है।