भारत के मुख्य न्यायाधीश ने बुलडोजर न्याय पर उठाया सवाल

मुख्य न्यायाधीश का बयान
भारत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई ने बुधवार को इटली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कार्यपालिका को न्यायाधीश, जूरी और जल्लाद की भूमिकाएं एक साथ नहीं निभानी चाहिए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के 2024 के फैसले का उल्लेख किया, जिसमें 'बुलडोजर न्याय' के खिलाफ निर्णय लिया गया था। अदालत ने यह माना कि 'कानूनी प्रक्रियाओं को नजरअंदाज कर किए गए विध्वंस कानून के शासन और अनुच्छेद 21 के तहत आश्रय के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करते हैं।'
सुप्रीम कोर्ट का दृष्टिकोण
बुलडोजर न्याय पर सुप्रीम कोर्ट का रुख
मुख्य न्यायाधीश गवई ने कहा, 'अदालत ने राज्य प्राधिकरणों द्वारा किसी आरोपी के घर और संपत्ति को सजा के रूप में ध्वस्त करने के निर्णयों की समीक्षा की, जबकि उनकी सजा अदालत द्वारा तय नहीं की गई थी। कोर्ट ने यह भी माना कि इस तरह के मनमाने विध्वंस कानूनी प्रक्रियाओं को दरकिनार करते हैं और ये कानून के शासन और अनुच्छेद 21 के तहत आश्रय के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करते हैं। कार्यपालिका एक साथ जज, जूरी और जल्लाद नहीं बन सकती।' उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा, 'घर का निर्माण सामाजिक-आर्थिक अधिकारों का एक महत्वपूर्ण पहलू है। एक सामान्य नागरिक के लिए, घर का निर्माण वर्षों की मेहनत, सपनों और आकांक्षाओं का परिणाम होता है।'
सामाजिक-आर्थिक न्याय का महत्व
सामाजिक-आर्थिक न्याय का महत्व
मुख्य न्यायाधीश ने यह भी स्पष्ट किया कि सामाजिक-आर्थिक न्याय केवल पुनर्वितरण या कल्याण का विषय नहीं है। 'यह हर व्यक्ति को गरिमा के साथ जीने, अपनी पूर्ण मानवीय क्षमता को साकार करने और सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक जीवन में समान रूप से भाग लेने में सक्षम बनाने के बारे में है।' उन्होंने कहा कि संरचनात्मक असमानताओं को दूर किए बिना कोई भी राष्ट्र सच्चे अर्थों में प्रगतिशील या लोकतांत्रिक नहीं हो सकता।
कानूनी ढांचे का विस्तार
कानूनी ढांचे का विस्तार
मुख्य न्यायाधीश ने केसवानंद भारती बनाम केरल राज्य मामले का उल्लेख किया, जिसमें संविधान की मूल संरचना को अपरिवर्तनीय माना गया। उन्होंने बताया कि संसद ने बंधुआ मजदूरी उन्मूलन, बाल श्रम निषेध, दहेज निषेध और अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण जैसे कानून बनाकर सामाजिक-आर्थिक न्याय को बढ़ावा दिया है। ये कानून ऐतिहासिक अन्याय और असमानताओं को दूर करने के लिए बनाए गए हैं।