भारत के लिए लॉबिंग में जेसन मिलर की भूमिका और अमेरिका में दलाली की स्थिति

अमेरिका में लॉबिंग का महत्व
अमेरिका में लॉबिंग को कानूनी मान्यता प्राप्त है, जहां लॉबिस्ट विभिन्न हित समूहों के लिए काम करते हैं। ये लॉबिस्ट कांग्रेस में सक्रिय रहते हैं और विभिन्न देशों के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। इसके लिए वे बड़ी रकम लेते हैं, जिसमें से एक हिस्सा अमेरिकी राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने या उनके नेताओं के चुनावी खर्च में लगाया जाता है। भारत ने भी इस क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए जेसन मिलर को लगभग 15 करोड़ रुपये सालाना पर नियुक्त किया है, जो भारत के लिए लॉबिंग कर रहे हैं।
जेसन मिलर और व्हाइट हाउस की मुलाकात
हाल ही में, जेसन मिलर ने व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। इस मुलाकात की खास बात यह रही कि इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की गईं। मिलर ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति और व्हाइट हाउस के कई अन्य अधिकारियों से बातचीत की। यह मुलाकात उस समय हुई जब ट्रंप ने भारत के प्रति अपने रुख में बदलाव किया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस मुलाकात का ट्रंप के दृष्टिकोण पर कितना प्रभाव पड़ा, लेकिन भारत में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे प्रचारित करना शुरू कर दिया है कि इस लॉबिस्ट के कारण ट्रंप का नजरिया बदला है।