भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में निरंतर गिरावट का सामना

आरबीआई के आंकड़ों से स्पष्ट हुआ
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार गिर रहा है
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी आंकड़ों से यह स्पष्ट हुआ है कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार तीसरे सप्ताह में गिरावट का सामना कर रहा है। वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में बदलाव और अमेरिका की नई टैरिफ नीति के कारण विकासशील देशों पर दबाव बढ़ रहा है। भारत भी इस स्थिति से अछूता नहीं है। अमेरिका द्वारा निर्धारित व्यापार संधि की डेडलाइन के नजदीक आने के कारण विदेशी निवेशक सतर्क हो गए हैं, जिससे मुद्रा भंडार में कमी आई है।
1.183 अरब डॉलर की कमी
18 जुलाई को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.183 अरब डॉलर घटकर 695.489 अरब डॉलर रह गया। आरबीआई ने इस संबंध में जानकारी दी है। इससे पहले के सप्ताह में, भंडार 3.064 अरब डॉलर घटकर 696.672 अरब डॉलर रह गया था। सितंबर 2024 में यह भंडार 704.885 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंचा था।
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.201 अरब डॉलर घटकर 587.609 अरब डॉलर रह गईं।
भारतीय शेयर बाजार पर भी दबाव
शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट देखी गई। विदेशी पूंजी निकासी के कारण वित्तीय, आईटी और तेल एवं गैस शेयरों में भारी बिकवाली हुई, जिससे सेंसेक्स 721 अंक टूट गया। शुक्रवार को बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग एक प्रतिशत की गिरावट आई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 721.08 अंक या 0.88 प्रतिशत गिरकर 81,463.09 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 786.48 अंक या 0.95 प्रतिशत गिरकर 81,397.69 पर बंद हुआ। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 225.10 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरकर 24,837.00 पर बंद हुआ।