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भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूती देने के लिए आईसीईए और जीएसए ने की साझेदारी

भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूती देने के लिए आईसीईए और जीएसए ने एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर वैल्यू चेन में एकीकृत करना है। बेंगलुरु में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस साझेदारी के तहत 'इंडिया सेमीकंडक्टर लीडरशिप राउंडटेबल' का उद्घाटन किया गया। इसके अलावा, सरकार ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में 76,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बनाई है।
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भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूती देने के लिए आईसीईए और जीएसए ने की साझेदारी

साझेदारी की घोषणा

बेंगलुरु - इंडिया सेलुलर और इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) तथा ग्लोबल सेमीकंडक्टर एलायंस (जीएसए) ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर वैल्यू चेन में एकीकृत करना है।


प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन

यह घोषणा बेंगलुरु में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई, जो आईसीईए और जीएसए द्वारा आयोजित इंडिया सेमीकंडक्टर लीडरशिप राउंडटेबल के साथ हुई। इस साझेदारी का लक्ष्य सीमा पार सहयोग को बढ़ावा देना, वैल्यू चेन में विविधता लाना और भारत की स्थिति को वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में मजबूत करना है।


इंडिया सेमीकंडक्टर लीडरशिप राउंडटेबल

आईसीईए और जीएसए ने बेंगलुरु में 'इंडिया सेमीकंडक्टर लीडरशिप राउंडटेबल' का उद्घाटन किया, जिसमें वैश्विक और भारतीय सेमीकंडक्टर लीडर्स तथा सीनियर पॉलिसीमेकर्स ने भाग लिया। इसके साथ ही, दोनों संगठन 2026 में 'इंडिया सेमीकंडक्टर लीडरशिप समिट' का आयोजन करने की योजना बना रहे हैं, जिसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है।


सरकारी समर्थन

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव और इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के सीईओ अमितेश कुमार सिन्हा ने कहा कि यह साझेदारी समय की आवश्यकता और रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि यह ग्लोबल फैबलेस इकोसिस्टम को भारत के बढ़ते डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग आधार से जोड़ता है, जिससे भारतीय फैबलेस चैंपियनों और नई फाउंड्रीज के लिए फंडिंग के अवसर बढ़ते हैं।


सरकार का निवेश

भारत सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के तहत, सरकार ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास के लिए 76,000 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया है। लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपए की निवेश प्रतिबद्धताओं वाली 10 परियोजनाओं को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, एटीएमपी/ओएसएटी सुविधाएं और कंपाउंड-सेमीकंडक्टर पहल शामिल हैं।